विधानसभा में टीडीपी के विरोध से तनाव
आंध्र प्रदेश विधानसभा में टीडीपी के विरोध से तनाव
डिजिटल डेस्क, अमरावती। विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने सोमवार को आंध्र प्रदेश विधानसभा को घेरने की कोशिश की, जिससे इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई।
टीडीपी के किसान प्रकोष्ठ के नेताओं और कार्यकर्ताओं के विरोध से अफरा-तफरी मच गई और मंत्रियों का काफिला भी जाम में फंस गया।
बिजली सब-स्टेशन की दीवार फांद कर विधानसभा भवन की ओर बढ़ने का प्रयास कर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को हैरत में डाल दिया।
टीडीपी किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एम. श्रीनिवास रेड्डी और अन्य नेताओं को पुलिस ने रोका। दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हुई और यहां तक कि हाथापाई भी हो गई। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया।
प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर थाने ले जाया गया। विरोध के कारण राज्य सचिवालय की ओर जाने वाली सड़क पर जाम लग गया। मंत्रियों का काफिला, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के विधायक और एमएलसी ट्रैफिक जाम में फंस गए। वीआईपी काफिले के एस्कॉर्ट वाहनों के सायरन से पूरा इलाका गूंज उठा।
टीडीपी नेताओं ने गिरफ्तारी की निंदा की और तर्क दिया कि विरोध उनका अधिकार है। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं को उजागर करने के लिए उनके शांतिपूर्ण विरोध को बल प्रयोग से विफल कर दिया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री वाईएस. जगन मोहन रेड्डी से पूछा कि वह पुलिस के इस्तेमाल से कब तक सरकार चलाएंगे।
इससे पहले टीडीपी विधायकों ने बैलगाड़ी लेकर विधानसभा पहुंचने की कोशिश की। राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए टीडीपी महासचिव नारा लोकेश, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अतचन नायडू और अन्य विधायकों ने गाड़ी को विधानसभा भवन की ओर खींच लिया।
पुलिस ने पार्टी के नेताओं को रोका और बिना बैल वाली गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने गाड़ी को थुल्लूर पुलिस स्टेशन भेज दिया और गाड़ी से टायरों को अलग कर दिया। विपक्षी दल के नेताओं ने थाने के सामने धरना दिया।
टीडीपी विधायक किसानों के साथ विश्वासघात, न्यूनतम समर्थन मूल्य कहां है, खेती बनाम गुट और जगन शासन के दौरान एक्रोप हॉलिडे जैसे नारे वाली तख्तियां हाथों में लिए हुए थे।
(आईएएनएस)
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