तेजस्वी यादव का सीएम नीतीश को सुझाव, कहा- पीएम मोदी से मिलकर बाढ़ की स्थिति पर करें चर्चा
बिहार बाढ़ तेजस्वी यादव का सीएम नीतीश को सुझाव, कहा- पीएम मोदी से मिलकर बाढ़ की स्थिति पर करें चर्चा
- तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखा दो पन्ने का पत्र
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर राज्य के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है। यादव ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखकर नदियों को जोड़ने की मांग करते हुए सुझाव दिया है कि इसके लिए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मिलकर अपनी मांग रखे। तेजस्वी यादव ने पत्र में कहा है कि बिहार देश का एक ऐसा राज्य है, जो प्रतिवर्ष बाढ़ की भयानक विभीषिका के साथ-साथ सूखे की गंभीर समस्या झेलता है, जिससे प्रतिवर्ष करोड़ो लोग प्रभावित होते हैं।
तेजस्वी यादव ने दो पन्नों के पत्र में राज्य के 20 से अधिक जिलों में हर साल बाढ़ से उत्पन्न होने वाली समस्याओं की ओर इशारा किया है। यादव ने कहा, बिहार देश का एकमात्र राज्य है जो हर साल बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करता है। करोड़ों लोग प्रभावित होते हैं और उन्हें फसलों और संपत्तियों का नुकसान होता है। अब, बिहार में डबल इंजन वाली सरकार है और इतनी सारी घोषणाएं की गईं, लेकिन समाधान नहीं हो सका है। उन्होंने कहा, 2011 में, बिहार में नदी-जोड़ने की परियोजनाओं के लिए एक घोषणा की गई थी। यह कहा गया था कि बागमती जैसी नदियों को बूढ़ी गंडक और आगे गंगा नदी के साथ जोड़ा जाएगा।
तेजस्वी यादव ने आगे कहा, इसी तरह, मेची नदी कोशी नदी के साथ जोड़ा जानी है। इसके अलावा, कमला बालन, महानंदा, घाघरा और राज्य की अन्य नदियों को नहरों और बैराजों के माध्यम से जोड़ने का प्रस्ताव भी है। दुर्भाग्य से, इन प्रस्तावों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है और जमीनी स्तर पर कुछ भी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, यदि बिहार में नदी-जोड़ने का प्रस्ताव लागू किया जाता है, तो यह बाढ़ के कारण होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करेगा। इसके अलावा, यह उद्योगों के फलने-फूलने, रोजगार के अवसर पैदा करने, पीने के पानी की समस्याओं को कम करने और नदियों के माध्यम से अच्छे परिवहन मार्ग बनाने में भी मदद करेगा।
राजद नेता ने कहा, हम इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से मिलना चाहते हैं और उनसे बिहार की नदियों को जोड़ने वाली परियोजनाओं में तेजी लाने का अनुरोध करते हैं।
(आईएएनएस)