डेंगू के मामलों में बढ़ोत्तरी को लेकर सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर साधा निशाना, कहा- बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई
बिहार डेंगू के मामलों में बढ़ोत्तरी को लेकर सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर साधा निशाना, कहा- बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई
- निजी अस्पतालों पर कोई रोक नहीं
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) विजय कुमार सिन्हा ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा, राज्य में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं और मंत्री अपने जीवन का आनंद ले रहे हैं।
सिन्हा ने कहा, राज्य में हर दिन डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं और आंकड़े 3,500 से ऊपर पहुंच रहे हैं। हैरानी की बात है कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री राज्य से बाहर हैं और अपने पिता को इलाज के लिए सिंगापुर भेजकर जीवन का आनंद ले रहे हैं।
सिन्हा ने कहा, सरकारी अस्पतालों में गरीब मरीजों के लिए बेड उपलब्ध नहीं हैं, जबकि निजी अस्पताल मोटी फीस ले रहे हैं। बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था अब पूरी तरह चरमरा गई है और मरीज खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं।
एलओपी ने कहा, तेजस्वी यादव के पास 5 मंत्रालय हैं और वे राज्य से बाहर रह रहे हैं। वह काम के दबाव को संभालने में असमर्थ हैं। मुख्यमंत्री को स्थिति का संज्ञान लेना चाहिए और कुछ मंत्रालयों को वापस लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि, स्वास्थ्य विभाग और नागरिक एजेंसियों के बीच संचार का पूर्ण अभाव है, पटना के नगर निगम द्वारा केवल उन जगहों पर जहां निवासी शिकायत दर्ज कर रहे हैं, फॉगिंग की जा रही है। अगर चुनिंदा तरीके से फॉगिंग की जाएगी तो डेंगू के खिलाफ लड़ाई सफल नहीं हो सकती है।
एलओपी ने आरोप लगाया, चूंकि राज्य में कोई नियामक संस्था नहीं है, इसलिए डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच निजी अस्पतालों पर कोई रोक नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, सरकारी अस्पतालों में जांच मुफ्त होती है, लेकिन इलाज की सुविधा पर्याप्त नहीं होने के कारण कई मरीज निजी अस्पतालों में जा रहे हैं, जो डेंगू एलिसा टेस्ट के लिए 3,000 रुपये और आईजीजी, आईजीएम और एनएस1 टेस्ट के लिए 1200 रुपये लेते हैं।
आईएएनएस
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