संजय राउत ने दिए शिंदे-फडणवीस की सरकार गिरने के टाइम, अजित पवार से जोड़ कर देखा जा रहा पूरा मामला
महाराष्ट्र की सरकार गिर जाएगी? संजय राउत ने दिए शिंदे-फडणवीस की सरकार गिरने के टाइम, अजित पवार से जोड़ कर देखा जा रहा पूरा मामला
डिजिटल डेस्क, मुबंई। महाराष्ट्र की राजनीति इन दिनों खूब चर्चा में बनी हुई है। कभी वहां से खबरें आती हैं कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और शरद पवार के भतीजे पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। अब इन तमाम खबरों के बीच शिवसेना (यूबीटी) राज्यसभा सांसद संजय राउत ने एकनाथ शिंदे और बीजेपी को लेकर एक बड़ा दावा किया है। राउत का कहना है कि, दोनों द्वारा साझा चलाई जा रही महाराष्ट्र की सरकार कुछ ही दिनों की मेहमान है जिसका जल्द ही खात्मा होने जा रहा है।
संजय राउत के मुताबिक, शिंदे-फडणवीस की सरकार महाराष्ट्र में कुछ ही दिनों के लिए है। इनकी सरकार 15 से 20 दिनों में गिर जाएगी। राउत के इस बयान पर अब तक बीजेपी की ओर से किसी भी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन संजय राउत का यह बयान बीजेपी खेमे में जरूर हलचल पैदा कर सकता है।
संजय राउत ने क्या कहा?
आपको बता दें कि, आज उद्धव ठाकरे जलगांव जिले में एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। इसके ठीक पहले संजय राउत का ये बयान सामने आना बड़ा ही अहम माना जा रहा है। संजय राउत ने कहा कि, सीएम एकनाथ और उनके 40 लोगों की फिलहाल जो हुकूमत चल रही है वह अगले 15 से 20 दिनों में गिर जाएगी। इसके पहले भी मैं फरवरी के महीने में कह चुका हूं कि सरकार गिरेगी। लेकिन अभी ऐसा नहीं हुआ है पर इस बार तय है कि एकनाथ-फडणवीस की सरकार गिर कर रहेगी।
अजित पवार को लेकर चर्चा हुई तेज
बता दें कि, संजय राउत का यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनाता जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, पिछले कई दिनों से महाराष्ट्र की सियासत से छन-छन कर खबरें आ रही हैं कि एनसीपी के कद्दावर नेता अजित पवार बीजेपी में अपने समर्थकों के साथ शामिल हो सकते हैं और भाजपा से मिलकर सरकार बनाने का दावा कर सकते हैं।
विश्लेषकों के अनुसार, कहीं इसी की भनक संजय राउत को तो नहीं मिल गई है जिस पर वो इस तरह के दावे कर रहे हैं। हालांकि, ये तो भविष्य में पता चलेगा की पवार बीजेपी में जाते हैं या नहीं। अगर एनसीपी का दामन छोड़ कर अजित पवार बीजेपी के रंग में रंगते हैं तो ये देखना दिलचस्प होगा कि एकनाथ-फडणवीस की सरकार आगे चलती है या नहीं।