राहुल गांधी ने लोकसभा सचिवालय को दिया जवाब, सदन में केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री पर टिप्पणी को लेकर जारी किया गया था नोटिस

राहुल गांधी का जवाब राहुल गांधी ने लोकसभा सचिवालय को दिया जवाब, सदन में केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री पर टिप्पणी को लेकर जारी किया गया था नोटिस

Bhaskar Hindi
Update: 2023-02-16 06:14 GMT
राहुल गांधी ने लोकसभा सचिवालय को दिया जवाब, सदन में केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री पर टिप्पणी को लेकर जारी किया गया था नोटिस

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर नजर आ रहे हैं। राहुल ने सात फरवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अडानी मामले को लेकर प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी की थी। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने राहुल के खिलाफ बिना सबूत के आरोप लगाने और विशेषाधिकार हनन को लेकर लोकसभा सचिवालय ने राहुल को कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया। अब सांसद राहुल गांधी ने इस नोटिस पर लोकसभा सचिवालय को विस्तृत जवाब सौंपा है। 

10 फरवरी को मिला था नोटिस

बिना सबूतों के सदन में प्रधानमंत्री पर टिप्पणी करने को लेकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और प्रह्लाद जोशी ने राहुल गांधी पर विशेषाधिकार हनन करने  का आरोप लगाया। जिसके बाद लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी को 10 फरवरी को एक पत्र लिखा और 15 फरवरी तक लोकसभा अध्यक्ष को अपना जवाब प्रस्तुत करने को कहा था। 

राहुल ने दिया अपना जवाब 

रिपोर्ट्स के अनुसार बुधवार 15 फरवरी की शाम को राहुल गांधी ने लोकसभा सचिवालय के इस पत्र का जवाब दिया। राहुल ने अपने जवाब में विभिन्न कानूनों का हवाला देते हुए और अपनी टिप्पणी को सही ठहराया है। राहुल ने सोमवार को अपने लोकसभा क्षेत्र वायनाड में सभा को संबोधित करते हुए भी सदन मे किए गए अपने भाषण से कई टिप्पणियों को हटाने के फैसले की आलोचना की थी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि संसद की कार्यवाही से हटाई गई उनकी सभी टिप्पणी के बारे में लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में जानकारी और सबूत दिए हैं। 

भाजपा ने किया था पलटवार 

राहुल गांधी द्वारा सदन में दिए गए इस बयान के बाद भाजपा के सदस्यों ने उनपर पलटवार किया था। प्रहलाद जोशी ने कहा कि राहुल गांधी गलत आरोप लगा रहे हैं, उन्हें सबूतों के साथ बोलना चाहिए। किरेन रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी सदन के बाहर कुछ भी बोले , उन्हें रोक नहीं सकते लेकिन सदन के अंदर उन्हें पूरी जिम्मेदारी, गंभीरता, सबूतों और तथ्यों के साथ अपनी बात रखनी चाहिए। अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि राहुल गांधी बिना किसी सबूत के हवा में अनाप शनाप आरोप लगा रहे हैं, उन्हें सदन में इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। रविशंकर प्रसाद और निशिकांत दुबे ने भी राहुल गांधी के आरोपों को पूरी तरह से गलत और झूठ बताते हुए उन्हें साबित करने की चुनौती दी। प्रसाद ने राहुल गांधी को याद दिलाया कि वो भ्रष्टाचार के एक गंभीर मामले में अभी भी जमानत पर है तो वहीं निशिकांत दुबे ने कांग्रेस की पिछली सरकारों पर बिरला, डालमिया और टाटा को बनाने का आरोप लगाया।
 

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