कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी, बसव जयंती कार्यक्रम से राज्य के पार्टी कार्यकर्ताओं में भरी चुनावी हुंकार
राहुल का कर्नाटक दौरा कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी, बसव जयंती कार्यक्रम से राज्य के पार्टी कार्यकर्ताओं में भरी चुनावी हुंकार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी आज यानी रविवार को कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे पर पहुंच गए हैं। आज वे बागलकोट जिले में बसव जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके राहुल गांधी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि जहां भी अंधेरा होता है वहां पर उसी अंधेरे से कहीं न कहीं रोशनी निकल आती है। उस समय समाज में अंधेरा था तो बसवा जी अंधेरे में रोशनी बनकर निकले थे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि "कोई भी व्यक्ति ऐसे ही रोशनी नहीं देता है उसे सबसे पहले खुद से सवाल पूछने पड़ते हैं। दूसरों से सवाल करना आसान होता है और अपने आप से सवाल करना मुश्किल होता है। उन्होंने आगे कहा कि, देश में लोकतंत्र आया अधिकार आए लेकिन उसकी नींव बसव जी जैसे लोगों ने रखी थी।"
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 23, 2023
राहुल गांधी ने कही ये बातें
बसव जयंती कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने कहा, "आप ये मत समझना कि समाज के सामने सच बोलना आसान है। आज हम इनके(बसवेश्वर) सामने फूल रख रहे हैं, लेकिन जब ये जिंदा थे तब इन्हें भी डराया गया होगा और इन्हें धमकाया गया होगा। इन पर आक्रमण हुए होंगे लेकिन वे पीछे नहीं हटे, सच्चाई का रास्ता इन्होंने कभी नहीं छोड़ा। इसीलिए आज हम सभी उनके सामने फूल रख रहे हैं। जो डर जाता है उसके सामने फूल कोई नहीं रखता।"
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 23, 2023
यह मेरी पहली मुलाकात-जगदीश शेट्टार
इसके बाद बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए छह बार के विधायक और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने राहुल गांधी से पहली बार मुलाकात की। जिसके बाद मीडिया से शेट्टार ने कहा कि राहुल गांधी के साथ यह मेरी पहली मुलाकात थी। इस दौरान मैंने कर्नाटक की स्थिति को बताते हुए राहुल गांधी से कई मुद्दों पर चर्चा की। मैं कांग्रेस पार्टी में इसलिए शामिल हुआ हूं क्योंकि बीजेपी ने मेरे साथ गलत बरताब किया और यह बात सबको पता है।
10 मई को मतदान
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, बसव जयंती पर राहुल गांधी का शामिल होना 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले लिंगायत समुदाय को अपनी तरह खींचने के प्रयासों के तौर पर देखा जा रहा है। इधर, पार्टी लगातार राज्य में अपना जनाधार बढ़ाने की कोशिश कर रही है। राज्य में 10 मई को मतदान और 13 मई को मतगणना होगी। इससे पहले सभी दल अपनी पूरी ताकत झोक रहे हैं।