पिछले चुनाव में जीते हुए उम्मीदवारों पर राजनीतिक दलों ने इस बार नहीं जताया भरोसा, जानिए किस पार्टी ने अपने कितने विधायकों के टिकट काटे
गुजरात विधानसभा चुनाव पिछले चुनाव में जीते हुए उम्मीदवारों पर राजनीतिक दलों ने इस बार नहीं जताया भरोसा, जानिए किस पार्टी ने अपने कितने विधायकों के टिकट काटे
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा के लिए आज पहले चरण का मतदान होने जा रहा है। राज्य की कच्छ, सौराष्ट्र और दक्षिण के 19 जिलों की 89 सीटों पर होने जा रहे मतदान के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। पहले चरण में कुल 788 प्रत्याशियों की किस्मत दांव पर लगी हुई है। इस चुनाव में कई पार्टियों ने बड़े और चौंकाने वाले फैसले लेते हुए पिछली बार के जीते हुए विधायकों के स्थान पर नए चेहरों पर भरोसा जताया है। पार्टी के इस निर्णय से उसके जीते हुए उम्मीदवारों में से कई नाराज हैं। जिसके चलते कईयों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और दूसरी पार्टी ज्वाइन कर ली है। वहीं इनमें कुछ ऐसे भी हैं जो पार्टी से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। आइए जानते हैं कि किस दल ने पिछले विधानसभा चुनाव में अपने जीत हुए विधायकों पर भरोसा जताते हुए उनके टिकट काटे हैं।
बीजेपी
इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने सबसे ज्यादा 21 पूर्व विधायकों के टिकट काटे हैं। पार्टी ने इनके मुकाबले नए चेहरों पर भरोसा जताया है। सत्ताधारी दल द्वारा जारी की गई सूची के मुताबिक उसने अपने 59 विधायकों में से 21 के टिकट काटे हैं। बीजेपी ने इनके स्थान पर नए लोगों को मौका दिया है। इनमें सबसे बड़ा नाम भारतीय क्रिकेटर रवीन्द्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा हैं, जो पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रही हैं।
कांग्रेस
बात करें राज्य के सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस की तो पार्टी ने बीजेपी की अपेक्षा अपने पुराने उम्मीदवारों पर ही भरोसा जताया है। कांग्रेस ने 2017 चुनाव में जीते अपने 27 विधायकों में से केवल 2 विधायकों के ही टिकट काटे हैं। जबकि पार्टी ने 25 विधायकों को फिर से चुनाव के मैदान में उतारा है।
बीटीपी
बीटीपा यानी भारतीय ट्राइबल पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में जीते अपने 2 विधायकों में से 1 का टिकट काटा है। वहीं अन्य दूसरे पर फिर से भरोसा जताया है।
एनसीपी
एनसीपी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में जीते हासिल करने वाले अपने एकमात्र विधायक पर इस बार भरोसा नहीं जताया है। पार्टी ने पिछली बार के विजयी विधायक कंधाल जडेजा को इस पर टिकट नहीं दिया। पार्टी के इस निर्णय से नाराज होकर कंधाल ने इस्तीफा दे दिया।