सीएम अशोक गहलोत की गुगली में फंस सकते हैं पायलट, जानिए राजस्थान से दूर होकर भी वहां राज करने का क्या है गहलोत का प्लान!

पायलट पर भारी गहलोत सीएम अशोक गहलोत की गुगली में फंस सकते हैं पायलट, जानिए राजस्थान से दूर होकर भी वहां राज करने का क्या है गहलोत का प्लान!

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-24 09:50 GMT
सीएम अशोक गहलोत की गुगली में फंस सकते हैं पायलट, जानिए राजस्थान से दूर होकर भी वहां राज करने का क्या है गहलोत का प्लान!
हाईलाइट
  • गहलोत के निर्देश का इंतजार

डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर सियासी हलचलें तेज  हो गई है। वन मैन वन पोस्ट डिक्लेयर होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक  गहलोत कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष बनने की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि गहलोत को सीएम कुर्सी छोड़नी पड़ सकती है। अब राजस्थान में सचिन पायलट के सीएम बनने की कवायद तेज होने लगी है। उधर सचिन पायलट ने सीएम गहलोत के खेमे के विधायकों से मिलना शुरू कर दिया है।  लेकिन खबर आ रही है कि गहलोत कैंप के एमएलए खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं इस बीच ये अटकलें लगाई जा रही है कि गहलोत अपने नजदीकी सीपी जोशी को कुर्सी सौंपने की फिराक में हैं। 

मिली जानकारी के मुताबिक सचिन पायलट शुक्रवार को जब विधानसभा पहुंचे तो गहलोत कैंप के विधायकों ने हाथ जोड़कर अभिवादन तो किया लेकिन आगे नहीं बढ़े। इससे साफ नजर आता है कि सीएम कैंप के विधायक गहलोत के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं। 

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीएम अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 28 सितंबर को नामांकन करेंगे। उससे एक दो दिन पहले गहलोत समर्थक विधायक दिल्ली पहुंचेंगे। और गहलोत के पक्ष में शक्ति समर्थन करेंगे। इसे एक तरह से पायलट के लिए झटका माना जा रहा है। क्योंकि गहलोत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने जा रहे है, अगर ऐसा होता है तो गांधी परिवार और गहलोत दोनों को एक दूसरे की बात माननी पड़ेगी। ऐसे में गहलोत पायलट पर भारी पड़ते हुए नजर आ रहे है। इसी पक्ष में गहलोत सरकार में शामिल मंत्री ने ट्विट कर सीएम गद्दी पर कौन बैठेगा इसे  लेकर संशय पैदा कर दिया है। मंत्री ने अपने ट्विट में फैसलो को नियम से नहीं, बल्कि वक्त की नजाकत, जरूरत, राय, उपेक्षा सब का मिश्रण बताते हुए सफलता का मार्ग बताया है।  

राजस्थान की राजनीति पर गहरी पकड़ रखने वाले कुछ सियासी पंडितों का कहना है कि गहलोत इतनी जल्दी हार मानने वाले नहीं है। सियासी शतरंज में अपनी चाल से गहलोत ने अपने विरोधियों का हमेशा मात दी है। अब देखने ये होगा कि इस बार गहलोत की चाल क्या होगी? गहलोत कैंप के विधायक अभी भी ये मान के चल रहे कि  राजनीति का  माहिर जादूगर एक बार फिर चौंका सकता है। 

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