भाजपा अध्यक्ष ने संबलपुर हिंसा में शाह से हस्तक्षेप की मांग की
ओडिशा भाजपा अध्यक्ष ने संबलपुर हिंसा में शाह से हस्तक्षेप की मांग की
डिजिटल डेस्क, भुवनेश्वर। ओडिशा के भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल ने संबलपुर में हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। सामल के अलावा सांसद अपराजिता सारंगी, भाजपा के मुख्य सचेतक मोहन मांझी, विधायक नौरी नाईक, एल.बी. महापात्र, के. नारायण राव और सूर्यवंशी सूरज सहित कई अन्य लोगों ने पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
सामल ने शाह को 12 से 14 अप्रैल को हनुमान जयंती की पूर्व संध्या पर बाइक रैली में एक निश्चित समुदाय के सदस्यों द्वारा किए गए हिंसक हमलों के परिणामस्वरूप संबलपुर में अनिश्चित कानून और व्यवस्था की स्थिति और सांप्रदायिक झड़पों के बारे में बताया। जबकि कर्फ्यू लागू है, जिले भर में इंटरनेट सेवाएं अब तक निलंबित हैं।
हमलों ने कई व्यक्तियों और दर्जनों पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए थे, सार्वजनिक संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ और दुकानों, वाहनों और निजी संपत्ति को आग लगा दी गई। इसके अलावा, हनुमान जयंती (14 अप्रैल) के दिन भीड़ द्वारा एक आदिवासी युवक की हत्या कर दी गई थी, दर्जनों नागरिक घायल हो गए थे।
पत्र में कहा- संबलपुर में हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान और एक दिन पहले हुई हिंसा और आगजनी ने ओडिशा पुलिस के खराब खुफिया नेटवर्क और अपर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के परिणामों का पता लगाने में दूरदर्शिता की कमी और 5 अप्रैल, 2023 को जारी गृह मंत्रालय की सलाह का पालन करने में अक्षमता को उजागर किया है।
यह दावा करते हुए कि ये हमले पूर्व नियोजित और सुनियोजित थे, बीजेपी के नेता ने कहा कि संबलपुर में जुलूस पर उसी स्थान पर हमला किया गया था जहां पिछली हनुमान जयंती के दौरान हमला किया गया था। भाजपा नेता ने राष्ट्र-विरोधी नारे लगाने वालों के खिलाफ यूएपीए और एनएसए जैसे सख्त कानून लगाने की मांग की।
उन्होंने कहा, हम इस घटना से निपटने में ओडिशा सरकार के पक्षपाती और लापरवाह रवैये से स्तब्ध हैं। हमें आश्चर्य है कि पुलिस ने साजिशकर्ताओं को पहले से ही गिरफ्तार क्यों नहीं किया, खासकर तब जब इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। भाजपा अध्यक्ष ने आगे आरोप लगाया, षड्यंत्रकारियों को उनके राजनीतिक उद्देश्यों के लिए ओडिशा की सत्तारूढ़ पार्टी का समर्थन प्राप्त है। पुलिस ने जुलूस के निर्दोष सदस्यों की गिरफ्तारी का सहारा लिया, जो खुद इन हमलों के शिकार हैं।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सरकारी जमीन पर बड़े-बड़े ढांचों का निर्माण और उनके घरों में अवैध हथियार जमा करने जैसी उनकी देश विरोधी गतिविधियों को प्रशासन ने नजरंदाज कर दिया है। सांप्रदायिक हिंसा के इस जघन्य कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए, बीजेपी ने साजिश का पदार्फाश करने और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की निष्पक्ष जांच की मांग की।
उन्होंने पीड़ितों के लिए पर्याप्त मुआवजा और राहत की भी मांग की।
(आईएएनएस)
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