केंद्र से एनसीपी ने कहा- अगर सब ठीक है तो हर साल लाखों नागरिक भारत क्यों छोड़ते हैं?
राजनीति केंद्र से एनसीपी ने कहा- अगर सब ठीक है तो हर साल लाखों नागरिक भारत क्यों छोड़ते हैं?
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने शुक्रवार को केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली सरकार से सवाल किया कि अगर वह दावा करती है कि देश में सब ठीक है, तो इतने सारे नागरिक भारत क्यों छोड़ रहे हैं।
राकांपा प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो की तीखी प्रतिक्रिया अपनी नागरिकता त्यागने और दुनिया भर के लगभग 135 देशों की राष्ट्रीयता अपनाने वाले भारतीयों की संख्या पर वर्ष-वार डेटा विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा जारी करने के एक दिन बाद आई है।
क्रैस्टो ने पूछा, अगर भारत में वास्तव में सब कुछ ठीक चल रहा है, तो लोग अपनी भारतीय नागरिकता का त्याग क्यों कर रहे हैं। गुरुवार को राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में जयशंकर ने हमेशा के लिए देश छोड़कर जाने वाले भारतीयों की संख्या का साल-दर-साल ब्यौरा दिया था।
मंत्री ने संसद को बताया कि 2011 के बाद से 16 लाख से अधिक भारतीयों ने अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ दी है, जिसमें अकेले 2022 में 2,25,620 शामिल हैं - औसतन लगभग 618 प्रति दिन - और अल्बानिया से लेकर अमेरिका, ब्रिटेन, वेटिकन और जिम्बाब्वे तक 135 अन्य देशों की नागरिकता हासिल की
जयशंकर ने 2014 से पहले और 2014 के बाद यानी केंद्र में भाजपा सरकार के सत्ता में आने से पहले और बाद के आंकड़े भी उपलब्ध कराए। राकांपा नेता ने कहा कि जयशंकर यह बताने की कोशिश कर रहे थे कि वर्षों से नागरिकता छोड़ने वालों की संख्या एक जैसी है। क्रैस्टो ने आधिकारिक आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा, सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि 2021 में सबसे ज्यादा भारतीयों ने नागरिकता छोड़ी है, जो पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा है।
बीजेपी को घेरने की कोशिश करते हुए क्रैस्टो ने कहा कि अब सरकार को 2014 से पहले और बाद के कच्चे तेल की कीमतों की तुलना में बेरोजगारी, मुद्रास्फीति, जीडीपी और ईंधन की कीमत के आंकड़ों का भी खुलासा करना चाहिए। उन्होंने कहा, बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार लगातार यह कह रही है कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही हमारा देश आगे बढ़ा और समृद्ध हुआ।
राकांपा नेता ने कहा कि अगर भाजपा की घोषणाएं वास्तव में वास्तविक हैं, तो प्रवृत्ति को उलट देना चाहिए - दुनिया भर में बसे भारतीयों को भारी संख्या में अपनी मातृभूमि में वापस आना चाहिए। हालांकि, क्रैस्टो ने कहा कि सरकार अन्य प्रासंगिक डेटा नहीं देगी, क्योंकि वास्तविकता यह है कि भारतीय अपनी नागरिकता छोड़ रहे हैं और बढ़ती महंगाई के कारण यहां से जा रहे हैं।
(आईएएनएस)।
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