लोकसभा अध्यक्ष ने सदन चलाने के लिए सभी दलों से मांगा सहयोग- विपक्ष ने अग्निवीर, महंगाई और रुपये की गिरती कीमत का उठाया मुद्दा
नई दिल्ली लोकसभा अध्यक्ष ने सदन चलाने के लिए सभी दलों से मांगा सहयोग- विपक्ष ने अग्निवीर, महंगाई और रुपये की गिरती कीमत का उठाया मुद्दा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सुचारू रूप से सदन चलाने के लिए सभी दलों के नेताओं से सहयोग करने का आग्रह किया। सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी दलों की तरफ से सर्वदलीय बैठक के दौरान अग्निवीर योजना, महंगाई और डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत का मुद्दा उठाया गया।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि उन्होंने देश के हित में और देश की जनता के हित में सभी राजनीतिक दलों से सदन में सार्थक चर्चा और वाद-विवाद करने का आग्रह करते हुए सदन को बिना किसी व्यवधान के मर्यादा के साथ चलाने के लिए अपील की है।
बिरला ने आगे कहा कि सरकार सहित सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने उन्हें सदन की कार्रवाई में सहयोग करने और महत्वपूर्ण मुद्दों एवं विधेयकों पर सदन में चर्चा करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि बैठक में सभी दलों के प्रमुख नेताओं ने महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया है और सोमवार को दोपहर 3 बजे कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में चर्चा के मुद्दों और उसके समय को लेकर फैसला किया जाएगा।
इससे पहले शनिवार को संसद भवन परिसर में सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए लोक सभा अध्यक्ष ने बताया कि संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से प्रारम्भ हो रहा है और इसके 12 अगस्त को सम्पन्न होने की संभावना है। उन्होंने आगे कहा कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, सत्र में 18 बैठकें होंगी और कुल 108 घंटे का समय उपलब्ध होगा जिसमे सरकारी कार्य के लिए लगभग 62 घंटे उपलब्ध होंगे। प्रश्नकाल, शून्यकाल और गैर-सरकारी सदस्यों के कार्य के लिए बाकि का समय आवंटित किया गया है। सरकारी कार्य के अतिरिक्त, अविलंबनीय लोक महत्व के मामलों पर चर्चा के लिए आवशयकता अनुसार पर्याप्त समय आवंटित किया जाएगा।
बैठक में बिरला ने बताया कि शून्यकाल के दौरान उठाई जाने वाली सूचनाओं को प्रस्तुत करने के समय में परिवर्तन किया गया है। अब सदस्य किसी भी दिन-विशेष को सुबह 9 बजे से लेकर सत्र के उस दिन के सुबह 8 बजे तक अपनी सूचनाएं दे सकते हैं, जिस दिन वे सभा में शून्य काल में अपना मामला उठाना चाहते हैं। बिरला ने यह सूचना भी दी कि विगत सत्रों की तरह इस सत्र में भी उचित कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा तथा इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। सत्र में सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
हालांकि, लोक सभा अध्यक्ष की तरफ से बुलाई गई इस सर्वदलीय बैठक से ज्यादातर विपक्षी पार्टियां नदारद रही। कांग्रेस, डीएमके और वाईएसआर कांग्रेस को छोड़कर अन्य ज्यादातर विपक्षी पार्टियां इस सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हुईं। विपक्षी दलों की बात करें तो बैठक में कांग्रेस की तरफ से अधीर रंजन चौधरी, डीएमके की तरफ से टीआर बालू और वाईएसआर कांग्रेस की तरफ से पीवी मिथुन रेड्डी शामिल हुए। आईयूएमएल भी इस बैठक में शामिल हुई।
सरकार और भाजपा की तरफ से केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, अर्जुन राम मेघवाल,राजेन्द्र अग्रवाल और रमा देवी बैठक में शामिल हुई। एनडीए के घटक दलों की बात करें तो अपना दल ( एस) से अनुप्रिया पटेल और लोकजनशक्ति पार्टी की तरफ से पशुपति पारस बैठक में शामिल हुए। तृणमूल कांग्रेस ,सपा, बसपा, टीआरएस, एनसीपी, नेशनल कांफ्रेंस, एआईएमआईएम और शिवसेना सहित कई विपक्षी पार्टियां लोक सभा अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई इस सर्वदलीय बैठक से नदारद रही।
(आईएएनएस)
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