Rajasthan Politics: अशोक गहलोत ने कहा- पार्टी छोड़ चुके कई नेता हमारे पास लौट आएंगे
Rajasthan Politics: अशोक गहलोत ने कहा- पार्टी छोड़ चुके कई नेता हमारे पास लौट आएंगे
डिजिटल डेस्क, जैसलमेर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पार्टी छोड़ चुके विधायकों को लेकर बयान सामने आया है। सीएम गहलोत ने कहा, बीजेपी और इन विधायकों के खिलाफ घर-घर में गुस्सा है। मेरा मानना है कि वे भी इसे समझते हैं और उनमें से अधिकांश हमारे पास लौट आएंगे। इस दौरान गहलोत ने बीजेपी पर सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी के विधायक बाड़ेबंदी में जा रहे हैं, उनकी अब पोल खुल गई है। गहलोत ने कहा कि हमारी लड़ाई सरकार को अस्थिर करने के षडयंत्र के खिलाफ है। विजय हमारी ही होगी, क्योंकि प्रदेशवासी हमारे साथ हैं।
अशोक गहलोत ने विधायकों के नाम पत्र
इससे पहले गहलोत ने सभी विधायकों के नाम एक पत्र लिखा। इसमें कहा गया है कि वर्तमान में जो परिस्थितयां प्रदेश में बनीं हुई है, उसे लेकर जनता में आक्रोश है। ऐसे में जरूरी है कि जनता का विश्वास बनाए रखने के साथ हम गलत परम्पराओं से बचें। गहलोत ने लिखा कि आप चाहे किसी भी राजनीतिक पार्टी के विधायक हों, आप अपने अन्य साथियों, परिवारजनों और अपने क्षेत्र के मतदाताओं की भावनाओं को समझकर यह सुनिश्चित करने का फैसला करें कि राजस्थान प्रदेश के हितों के लिये जनता द्वारा चुनी हुई बहुमत प्राप्त सरकार मजबूती के साथ कार्य करती रहे और सरकार को अस्थिर करने के मंसूबे कामयाब नहीं हो सकें। गहलोत ने लिखा, "मुझे विश्वास है कि प्रदेशवासियों के व्यापक हित में सभी विधायक सच्चाई के साथ खड़े रहेंगे और राज्य के विकास और समृद्धि के लिये जनता से किये गये वायदों को पूरा करने में सहयोग करेंगे।"
My appeal to all MLAs is that to save democracy, to maintain people’s confidence in us and to avoid wrong traditions, you should listen to the voice of the people: Rajasthan CM Ashok Gehlot pic.twitter.com/dKhDflIkje
— ANI (@ANI) August 9, 2020
गहलोत ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाया
सीएम गहलोत ने अपने पत्र में सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया है। साथ ही लिखा है कि पिछले डेढ़ साल में सरकार ने प्रदेश में विकास और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का हर संभव प्रयास किया है। राज्य सरकार के फैसलों की हर तरफ तारीफ हुई है। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से निपटने में भी राज्य सरकार मुस्तैदी से जुटी हुई है, लेकिन ऐसी परिस्थितियों में भी चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का षड़यंत्र रचा जा रहा है, जो सही नहीं है। बता दें कि राजस्थान में विधानसभा सत्र 14 अगस्त से शुरू होने जा रहा है। सत्र में सबसे पहली प्राथमिकता गहलोत सरकार की ओर से फ्लोर टेस्ट करवाने की मानी जा रही है। लिहाजा इससे पहले सरकार अपनी स्थिति को इन दिनों मजबूत करने में जुटी है। इसी क्रम में अशोक गहलोत ने सत्र से पहले सभी विधायकों के नाम ये पत्र लिखा है।