चौथे चरण में जानें टॉप-10 दागी नेताओं का नाम, कांग्रेस सबसे आगे 

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 चौथे चरण में जानें टॉप-10 दागी नेताओं का नाम, कांग्रेस सबसे आगे 

Bhaskar Hindi
Update: 2022-02-22 12:00 GMT
चौथे चरण में जानें टॉप-10 दागी नेताओं का नाम, कांग्रेस सबसे आगे 

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान 23 फरवरी को होगा। सभी राजनीतिक दलों ने इसके लिए अपनी कमर कस ली है। इस चरण के चुनाव में 624 प्रत्याशी चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। हालांकि यूपी चुनाव में प्रमुख मुकाबला बीजेपी, सपा, बसपा व कांग्रेस के बीच है। गौरतलब है कि जिन नौ जिलों में मतदान है, उनमें बांदा, फतेहपुर, हरदोई, लखीमपुर खीरी, लखनऊ रायबरेली, सीतापुर, पीलीभीत और उन्नाव शामिल हैं। इनमें रायबरेली कांग्रेस का गढ़ माना जाता है।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी यहीं से लोकसभा सांसद हैं। हालांकि बीजेपी ने पहले ही कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगातार रायबरेली सदर से कांग्रेस विधायक रहीं अदिति सिंह को अपने पाले में मिला लिया। पिछली बार कांग्रेस  जिन दो सीटों पर विधानसभा चुनाव जीती थी। उन दोनों विधायको को बीजेपी ने अपनी पार्टी में मिला लिया, जिनमें अदिति सिंह भी शामिल हैं। बीजेपी ने दोनों विधायकों को अबकी बार अपना उम्मीदवार भी बनाया हैं।  

सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले प्रत्याशी 

यूपी विधानसभा चुनाव के तीन चरणों में सबसे ज्यादा समाजवादी पार्टी के  दागी उम्मीदवार थे। लेकिन चौथे चरण में इस मामले में कांग्रेस ने सपा को पीछे कर दिया है। चौथे चरण में कुल 167 यानी 27 फीसदी प्रत्याशी दागी हैं। इनमें से 129 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनपर गंभीर आरोप लगे हैं।

चौथे चरण के चुनाव में आपराधिक छवि वाले नेताओं को सबसे ज्यादा टिकट देने में कांग्रेस आगे रही है। कांग्रेस के 53 फीसदी प्रत्याशी दागी हैं। दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी है और तीसरे नंबर पर बसपा के 44 फीसदी प्रत्याशी दागी हैं। भाजपा इस सूची में चौथे और आम आदमी पार्टी पांचवे नंबर पर है। भाजपा के 40 फीसदी और आम आदमी पार्टी के 24 फीसदी प्रत्याशी दागी हैं।  

जानें उम्मीदवारों पर लगे आरोप

चौथे चरण के चुनाव में जिन उम्मीदवारों पर आरोप लगे हैं। इसमें भी दो ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनपर रेप के आरोप लगे हैं। जिन दो उम्मीदवारों पर रेप के आरोप हैं, उनमें एक रायबरेली के हरचंदरपुर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। प्रत्याशी का नाम अशोक कुमार है। दूसरे प्रत्याशी समाजवादी पार्टी से सीतापुर के सेवता सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इनका नाम महेंद्र कुमार सिंह है।

नौ उम्मीदवारों पर महिलाओं के ऊपर गंभीर अपराध का आरोप लगा है। पांच उम्मीदवारों ने बताया है कि उन पर हत्या का मामला दर्ज है। 14 उम्मीदवारों के ऊपर हत्या का प्रयास(आईपीसी 307) का मामला चल रहा है। चौथे चरण के चुनाव में 59 विधानसभा सीटों में से 29 यानी 49 फीसदी रेड अलर्ट जोन में है। आंकड़ो के हिसाब से यहां से चुनाव लड़ रहे तीन या इससे अधिक उम्मीदवार आपराधिक छवि वाले हैं। 

इन उम्मीदवारों पर सबसे ज्यादा मामले

1. सुरेंद्र कुमार (कांग्रेस) - हरदोई के बालामऊ सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी सुरेंद्र कुमार पर कुल नौ मामले दर्ज हैं। 20 अलग-अलग धाराएं लगी हुई हैं। हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। 

2. धीरेंद्र बहादुर सिंह (भाजपा) - रायबरेली की सरेन सीट से भाजपा के प्रत्याशी धीरेंद्र बहादुर सिंह पर कुल 10 मामले चल रहे हैं। धीरेंद्र पर हत्या के प्रयास, धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप हैं। उन पर 37 धाराओं में मामले दर्ज हैं। 

3. सुभाष पाल (कांग्रेस) - हरदोई के बिलग्राम सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे सुभाष पाल पर कुल 10 मामले दर्ज हैं। सुभाष पर 20 अलग-अलग धाराएं लगी हुई हैं। इसमें धोखाधड़ी जैसे आरोप शामिल हैं। 

4. राधेश्याम जायसवाल (समाजवादी पार्टी) - सीतापुर से समाजवादी पार्टी पर चुनाव लड़ रहे राधेश्याम जायसवाल पर कुल 10 मामले दर्ज हैं। राधेश्याम पर 17 धाराएं लगी हुई हैं, इनमें चार गंभीर हैं। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में उन्होंने बताया है कि उनपर चुनाव में गलत तरीके से पैसे देने, दंगा भड़काने के लिए उकसाने जैसे आरोप लगे हैं। 

5. राम प्रताप यादव (समाजवादी पार्टी) - रायबरेली से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे राम प्रताप यादव पर कुल आठ मामले दर्ज हैं। राम प्रताप पर 30 अलग-अलग धाराएं लगी हुईं हैं। इनमें हत्या, गलत नियम के साथ महिला को प्रताड़ित करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। 

6.  रविदास मेहरोत्रा (समाजवादी पार्टी) - राजधानी लखनऊ की मध्य विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा पर सबसे ज्यादा 22 मुकदमे दर्ज हैं। रविदास पर कुल 74 अलग-अलग धाराओं में मामले दर्ज हैं। इनमें 16 गंभीर धाराएं लगी हुई हैं। रविदास पर महिला को बदनियती के साथ प्रताड़ना करने, जाति, धर्म के नाम पर उन्माद फैलाने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। 

7. देवेंद्र सिंह (बसपा) - उन्नाव से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी देवेंद्र सिंह पर कुल आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 20 अलग-अलग धाराएं लगी हुईं हैं, इनमें सात गंभीर हैं। 

8. हरप्रीत सिंह पाल (कांग्रेस) - पीलीभीत की बरखेड़ा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हरप्रीत सिंह पर कुल आठ मामले दर्ज हैं। इनमें 32 धाराएं लगी हुईं हैं, जिनमें सात गंभीर श्रेणी में आती हैं। हरप्रीत पर हत्या के प्रयास, दंगा भड़काने की कोशिश जैसे आरोप लगे हैं। 

9. मोहम्मद हनीफ खान (निर्दलीय) - लखनऊ वेस्ट से निर्दलीय प्रत्याशी मोहम्मद हनीफ पर भी आठ मामले दर्ज हैं। अलग-अलग 20 धाराएं लगीं हुईं हैं। इनमें धर्म, जाति के नाम पर उन्माद फैलाने जैसे गंभीर आरोप हैं।

10. शिवाकांत (कांग्रेस) - फतेहपुर के हुसैनगंज सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी शिवाकांत पर कुल आठ मामले दर्ज हैं। शिवाकांत पर 23 अलग-अलग धाराएं लगी हुईं हैं। इनमें छह गंभीर हैं। शिवाकांत ने अपने हलफनामे में बताया है कि उनपर धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। 

 

 


 

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