सर्वे में जानें पश्चिमी यूपी की जनता का मूड, चौंकाने वाले हैं ये आंकड़े
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 सर्वे में जानें पश्चिमी यूपी की जनता का मूड, चौंकाने वाले हैं ये आंकड़े
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधावसभा चुनाव नजदीक आ गया है। पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा। जिसको लेकर सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली हैं। चुनाव प्रचार जोर शोर से चल रहा। इसी कड़ी में शनिवार को देश के गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिमी यूपी के कैराना में लोगों से जनसंपर्क किया तथा 2017 से पहले कैराना से पलायन हुए परिवारों से मुलाकात की। माना जा रहा है कि बीजेपी 2017 की तरह इस साल विधानसभा चुनाव में भी पश्चिमी यूपी पर निगाहें बनाए हुए है तथा कैराना पलायन मुद्दा व कानून व्यवस्था को लेकर जनता के बीच पहुंच रही है।
यूपी में पहले चरण का चुनाव पश्चिमी यूपी से शुरू हो रहा है। जिसको लेकर सियासत में गरमी बढ़ गई है। गौरतलब है कि पश्चिमी यूपी में तीन कृषि कानून बड़ा मुद्दा था। जिसको केंद्र सरकार पहले ही खत्म कर चुकी है। हालांकि समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल किसान आंदोलन से पैदा हुए हालात को अपने पक्ष में भुनाने की कोशिश में जुटी है।
बीजेपी और सपा व रालोद के गठबंधन के अलावा कांग्रेस, बसपा, चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम भी मैदान में हैं। इन सभी मुद्दों को ध्यान में रखते हुए शनिवार को सी-वोटर सर्वे में जनता से जानने की कोशिश की गई कि अबकी बार राजनीतिक बयार किधर बह रही है।
सी-वोटर सर्वे में किस पार्टी को फायदा या नुकसान
पश्चिमी यूपी की सियासत पर शनिवार को सीवोटर ओपिनियन के आंकडे़ जारी किए गए हैं। सर्वे के मुताबिक 136 सीटों वाले पश्चिमी यूपी में बीजेपी अभी भी यहां सबसे आगे दिख रही है। बीजेपी को यहां 41 फीसदी वोट मिल सकता है तो सपा-गठबंधन को 33 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। वहीं बहुजन समाज पार्टी को 15 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है तो कांग्रेस को 7 और अन्य के खाते में 4 फीसदी वोट जाने की संभावना जताई जा रही है। बीते 15 जनवरी को किए गए सर्वे से तुलना करें तो बीजेपी के वोट प्रतिशत में 1 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
जानें यूपी की जनता का मूड
हाल ही में हुए सी-वोटर सर्वे के मुताबिक बीजेपी को फायदा मिलता दिख रहा है। आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 42 फीसदी वोट मिलने की संभावना बतायी जा रही है। जबकि समाजवादी पार्टी को 33 फीसदी वोट मिल सकता है। इस हिसाब से दोनों मुख्य दलों में मात्र 9 फीसदी वोट का अंतर रह जाता है।
बहुजन समाज पार्टी को 12 फीसदी वोट से संतोष करना पड़ रहा है। कांग्रेस को सात फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं तो वहीं अन्य दलों को 6 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है। सीवोटर सर्वे के मुताबिक यूपी एकबार फिर बीजेपी में वापसी करती हुई दिख रही है।