खुशी दुबे की बहन ने कांग्रेस से किया नामांकन, बोलीं, बहन को न्याय दिलाने के लिए मैदान में

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 खुशी दुबे की बहन ने कांग्रेस से किया नामांकन, बोलीं, बहन को न्याय दिलाने के लिए मैदान में

Bhaskar Hindi
Update: 2022-02-01 14:00 GMT
खुशी दुबे की बहन ने कांग्रेस से किया नामांकन, बोलीं, बहन को न्याय दिलाने के लिए मैदान में

डिजिटल डेस्क, कानपुर। कांग्रेस ने कानपुर के कल्याणपुर से अपना प्रत्याशी बदल दिया है। अब उन्होंने बिकरू कांड के मुख्य आरोपी के दाहिने हांथ रहे अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे की बहन नेहा तिवारी को उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने आज अपना नामांकन दाखिल किया है। वह अपनी मां की जगह चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस ने खुशी दुबे मां गायत्री तिवारी का नाम कांग्रेस द्वारा जारी प्रत्याशियों की सूची में था। गायत्री तिवारी का नाम मतदाता सूची में न होने से नामांकन दाखिल करने पर संशय बना था, जिसपर बेटी नेहा तिवारी ने नामांकन फार्म ले लिया था। मां की जगह पर अब नेहा ने मंगलवार को कल्याणपुर सीट से पर्चा दाखिल कर दिया है।

कलेक्ट्रेट में नामांकन दाखिल करने के बाद बाहर आईं नेहा ने कहा कि कांग्रेस ने आश्वासन दिया है कि मैं आपका साथ दूंगी और आप प्रत्याशी के रूप में चुनाव में आएं। कहा, मैं बहन को न्याय दिलाने के लिए इस पार्टी में आई हूं, आप सभी लोगों से गुजारिश है कि मेरा साथ दीजिए। इससे पहले नेहा ने पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन पत्र दाखिल किया। कांग्रेस ने पहले नेहा की मां गायत्री तिवारी को टिकट दिया था।

मतदाता सूची में गायत्री तिवारी का नाम नहीं होने की शिकायत पर जिला निर्वाचन अधिकारी नेहा शर्मा ने जांच कराई थी। जांच के दौरान गायत्री तिवारी का नाम 2017 से सूची में नहीं पाया गया, लेकिन नेहा तिवारी का नाम था। इसके बाद कांग्रेस में बदलाव करते हुए गायत्री तिवारी की बेटी नेहा को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। इसके बाद कांग्रेस में बगावत के सुर भी तेज हो गए हैं और पार्टी कार्यकर्ता सुमन तिवारी ने भी निर्दलीय नामांकन कराया है।

दो जुलाई 2020 को चौबेपुर के बिकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में कुख्यात विकास दुबे के साथ उसके भतीजे अमर दुबे भी शामिल था। घटना के दो दिन पहले उसकी शादी हुई थी और पुलिस ने नव विवाहित पत्नी को भी गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। इसपर राजनीतिक दलों ने विरोध करते हुए मुद्दा बनाया था। यूपी विधानसभा चुनाव आने पर बसपा नेताओं ने सभा के मंच से पीड़ित नव विवाहिता को न्याय दिलाने का मुद्दा उठाया था।

सपा ने भी पीड़िता के परिवार से संपर्क किया था, लेकिन कांग्रेस पदाधिकारियों ने पीड़िता की मां गायत्री तिवारी की प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रियंका वाड्रा से मुलाकात कराई थी। इसके बाद अमर दुबे की सास गायत्री तिवारी का कल्याणपुर विधानसभा सीट से गायत्री के चुनाव लड़ना तय माना जा रहा था। कांग्रेस ने सोमवार को प्रत्याशियों की सूची जारी की थी, जिसमें कल्याणपुर विधानसभा सीट से गायत्री का भी नाम था। लेकिन, मतदाता सूची में गायत्री का नाम नहीं होने पर बदलकर उनकी बेटी नेहा तिवारी को टिकट दिया गया है। नेहा दुबे बिकरू कांड में आरोपित एनकाउंटर में मारे गए अमर दुबे की साली हैं।

(आईएएनएस)

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