साल 2022 में इन राज्यों में बदली सियासत, हॉर्स ट्रेडिंग, मनमुटाव और चुनावी नतीजे से चार राज्यों में बदली सियासी तस्वीर
अलविदा 2022 साल 2022 में इन राज्यों में बदली सियासत, हॉर्स ट्रेडिंग, मनमुटाव और चुनावी नतीजे से चार राज्यों में बदली सियासी तस्वीर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। साल 2022 में सात राज्यों के विधानसभा चुनाव हुए थे, साल के शुरूआती महीनों में पांच राज्यों के चुनावी नतीजों में एक मात्र राज्य पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी, वहीं यूपी, गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार कायम रही। वहीं साल के आखिरी महीने दिसंबर की 8 तारीख को घोषित गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावी नतीजों में गुजरात में सातवीं बार बीजेपी की सरकार बरकरार रही, जबकि हिमाचल प्रदेश में पांच साल में सरकार बदलने की परंपरा का अनुसरण हुआ और सत्ता पर काबिज बीजेपी यहां कांग्रेस से हार गई। इस साल के चुनावी नतीजों के आधार पर बात की जाए तो पंजाब में कांग्रेस और हिमाचल प्रदेश में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। पंजाब में आप के भगवंत मान और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के सुखविंदर सिंह सुक्खू सीएम बनें।
जबकि बिहार और महाराष्ट्र दो ऐसे राज्य रहे, जहां गठबंधन में चल रही सरकारों ने अपने साथी दल का दामन छोड़ा और अपने पुराने साथियों के मिलकर सरकार बनाई। बात अगर बिहार की कि जाए तो बीजेपी के साथ गठबंधन में चल रही नीतीश की जेडीयू सरकार ने भाजपा का साथ छोड़कर अपने पुराने साथी आरजेडी से मिलकर सरकार बनाई और नीतीश बिहार के आठवीं बार सीएम बनें। वहीं महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की महाराष्ट्र अघाड़ी सरकार में से शिवसेना के 40 विधायक उद्धव ठाकरे का साथ छोड़कर एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना के पुराने साथी दल बीजेपी से जा मिले, जिससे महाराष्ट्र अघाड़ी सरकार अल्पमत के संकट में आ गई। और एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ सरकार बना ली। और एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बने।
बिहार
बिहार में नीतीश कुमार ने एनडीए गठबंधन को बाय बाय कहते हुए अपने पुरानी साथी आरजेडी से समझौता किया, और आरजेडी और जेडीयू ने मिलकर बिहार में सरकार बना ली। नीतीश कुमार जिस दल से नाता तोड़ते है, उस दल पर वो अपनी जेडीयू पार्टी को तोड़ने का आरोप लगाते है। नीतीश कुमार 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बनें। एनडीए गठबंधन में नाराजगी, असहयोग, कहासुनी,आरोप -प्रत्यारोप के बाद आखिरकार बिहार की सियासी राजनीति ने विपक्षी दलों को एक साथ आने का मौका दे दिया है। इसकी शुरूआत नीतीश कुमार की जेडीयू पार्टी के अलग होने और अपने पुराने साथी के साथ सरकार बनाने से की है। जेडीयू ने बीजेपी से नाता तोड़कर आरजेडी के साथ फिर से सरकार बनाई। नीतीश के दिए बयान के मुताबिक जेडीयू नेताओं ने बीजेपी पर जेडीयू को खत्म करने का आरोप लगाया है।
महाराष्ट्र
शिवसेना के 40 विधायकों ने उद्धव सरकार की कार्यशैली से नाराज होकर पार्टी से बगावत कर दी, और बागी बनकर महाविकास अघाड़ी सरकार को गिरा दिया। एकनाथ शिंदे के साथ बागी बने गुट ने अपनी पुरानी सहयोगी पार्टी बीजेपी के साथ सरकार बना ली। एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बन गए, वहीं बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बने।
पंजाब
आप ने विधानसभा की 117 में से 92 सीटों पर प्रचंड जीत दर्ज की। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने 2017 में 77 सीटें जीती थीं, मगर इस बार 18 पर सिमट गई। सत्ता पर काबिज कांग्रेस दिल्ली की तरह पंजाब में भी बुरी तरह हार गई। और आम आदमी पार्टी की ओर से भगवंत मान मुख्यमंत्री बनें। पांच विधानसभा चुनावों के नतीजों में आम आदमी पार्टी के भगवंत मान सिंह पंजाब के 25 वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। आप में पहली बार पंजाब में एक ऐतिहासिक जीत हासिल की जिसने सभी राजनीतिज्ञों को चौका दिया था।
हिमाचल प्रदेश
8 दिसंबर को घोषित हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस ने राज्य की कुल 68 विधानसभा सीटों में से 40 पर जीत दर्ज की। वहीं बीजेपी 25 सीटों पर सिमट गई। इस बार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू चौथी बार विधायक चुने गए हैं। इससे पहले वह कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष, युवा कांग्रेस के प्रमुख, एनएसयूआई के अध्यक्ष, शिमला नगरनिगम के दो बार पार्षद और 2022 में चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष का पद संभाल चुके हैं। कांग्रेस के सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।