आईएएनएस-सीवोटर इंडियाट्रैकर पोल : ज्यादातर लोगों ने माना, भारत की आबादी हो रही बेकाबू

सर्वे मे भारत की आबादी आईएएनएस-सीवोटर इंडियाट्रैकर पोल : ज्यादातर लोगों ने माना, भारत की आबादी हो रही बेकाबू

Bhaskar Hindi
Update: 2022-07-13 10:00 GMT
आईएएनएस-सीवोटर इंडियाट्रैकर पोल : ज्यादातर लोगों ने माना, भारत की आबादी हो रही बेकाबू

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विश्व जनसंख्या दिवस पर 11 जुलाई को जारी संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में चीन को पछाड़कर भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। भारत की जनसंख्या 1.417 अरब के मौजूदा आंकड़े से बढ़कर 1.429 अरब हो जाने की संभावना है, जो चीन को पीछे छोड़ देगी। देश में जनसंख्या विस्फोट देश में सत्तारूढ़ व्यवस्था के लिए एक प्रमुख चिंता का विषय रहा है। देश में अलग-अलग तबकों से सख्त जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग की जा रही है।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा ताजा रिपोर्ट जारी किए जाने के बाद देश में कड़े जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग की, क्योंकि आने वाले वर्ष में भारत की आबादी चीन से ज्यादा हो जाने का अनुमान लगाया गया है।सीवोटर-इंडियाट्रैकर ने देश में बढ़ती जनसंख्या के मुद्दे पर लोगों के विचार जानने के लिए आईएएनएस के लिए एक जनमत सर्वेक्षण कराया। सर्वेक्षण के दौरान, उत्तरदाताओं के एक विशाल बहुमत - 82 प्रतिशत ने कहा कि भारत की जनसंख्या नियंत्रण से बाहर हो रही है, केवल 19 प्रतिशत असहमत हैं।

देश की लगातार बढ़ती जनसंख्या की समस्या एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर एनडीए के अधिकांश मतदाताओं और विपक्षी समर्थकों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। सर्वेक्षण के दौरान, एनडीए के 88 प्रतिशत मतदाताओं और 77 प्रतिशत विपक्षी समर्थकों ने कहा कि जनसंख्या विस्फोट देश के लिए एक चिरस्थायी समस्या बन गया है।इसी तरह, विभिन्न सामाजिक समूहों के अधिकांश उत्तरदाताओं का मत था कि देश की जनसंख्या असहनीय होती जा रही है।

सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार, 87 फीसदी सवर्ण हिंदू (यूसीएच), 86 फीसदी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), 77 फीसदी अनुसूचित जनजाति (एसटी), 83 फीसदी अनुसूचित जाति और 65 फीसदी मुस्लिम मानते हैं कि भारत की आबादी अनियंत्रित हो रही है।

 

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