गुजरात में राहुल गांधी के चुनाव प्रचार से कितना पड़ेगा फर्क? जानें जनता का मूड, ओपिनियन पोल में बड़ा खुलासा
गुजरात विधानसभा चुनाव-2022 गुजरात में राहुल गांधी के चुनाव प्रचार से कितना पड़ेगा फर्क? जानें जनता का मूड, ओपिनियन पोल में बड़ा खुलासा
डिजिटल डेस्क, गांधी नगर। गुजरात में विधानसभा चुनाव के बिगुल बज जाने के बाद से सभी राजनीतिक दल नें जनता को साधने के लिए पूरे दमखम से रैलियों कर रहे हैं। उन्हीं दल में से एक देश की सबसे पुरानी पार्टी के नेता व कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान सांसद राहुल गांधी भी हैं। जहां वो अपने भारत जोड़ो यात्रा से ब्रेक लेकर पहली बार गुजरात की जनता को 21 नवंबर को संबोधित किया था। जो भारत जोड़ो यात्रा शुरू होने के बाद राहुल का यह पहला राजनीतिक कार्यक्रम था।
अब जब चुनाव होने में एक हफ्ते से भी कम का समय बचा है तो सभी दल ताबड़तोड़ रैलियां व रोड शो कर रहे हैं। हालांकि, सभी दलों के 29 नवबंर को चुनाव प्रचार थम जाएंगे। इसी बीच एबीपी सी-वोटर ने राहुल गांधी के गुजरात में चुनाव प्रचार-प्रसार पर सर्वे किया है। जिसमें लोगों से पूछा गया है कि सांसद राहुल गांधी के प्रचार करने से गुजरात की हवा बदलेगी या नहीं? इस पर 41 फीसदी जनता का जवाब रहा कि राहुल गांधी के चुनाव प्रचार से गुजरात की हवा बदलेगी। जबकि 59 फीसदी जनता का जवाब न में रहा।
रैली में राहुल हमलावर दिखे
वहीं राहुल गांधी ने अपनी पहली चुनावी रैली में गुजरात के सूरत जिले के आदिवासी बहुल क्षेत्र महुवा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि आप देश के पहले मालिक हैं और भाजपा आपके अधिकारों को छीनने के लिए काम कर रही है। इसके अलावा राहुल गांधी ने कहा था कि वे आपको (भाजपा) वनवासी कहते हैं। वे यह नहीं कहते कि आप भारत के पहले मालिक हैं, बल्कि यह कहते हैं कि आप जंगल में रहते हैं। आपको फर्क दिखता है? इसका मतलब साफ है कि वे नहीं चाहते कि आप शहरों में रहें, वे नहीं चाहते कि आपके बच्चे इंजीनियर बनें, विमान उड़ाना सीखें,अंग्रेजी बोलें।
अपने भारत जोड़ो यात्रा को राहुल ने याद करते हुए कहा कि हमने इस यात्रा में न जाने कितने लोगों से मिले होगे। जिसमें किसान, बेरोजगार युवा और आदिवासी समुदाय के लोगों की समस्याया को जाना और जिन्हें सुनकर बड़ा दर्द महसूस भी किया। वहीं गुजरात के 182 सीट पर दो चरणों मे मतदान होने वाले हैं। पहले चरण में एक दिसंबर को 89 व पांच दिसंबर को 93 विधानसभा सीट पर चुनाव होने वाले हैं और वहीं नतीजा 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। पहले चरण में सुरेंद्रनगर, कच्छ, राजकोट, मोरबी, देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़, पोरबंदर, गिर-सोमनाथ, भावनगर, अमरेली, नर्मदा, बोटाद, सूरत, भरूच, डांग, तापी, नवसारी और वलसाड़ जिलों की 89 सीट पर वोटिंग होने वाली है। पहले चरण के 89 सीट पर कुल 788 प्रत्याशी अपनी किस्मत को अजमाने मैदान में उतरे हुए हैं।
27 वर्षों से सत्ता पर काबिज है बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी जो पिछले 27 वर्षों से गुजरात की सत्ता पर काबिज है। इस बार भाजपा प्रदेश की सातवीं बार विधानसभा चुनाव जीतने के लिए अपना पूरा दमखम दिखा रही है। पीएम मोदी सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को प्रदेश में काफी सक्रिय देखा जा रहा है। हालांकि इस बार भाजपा की लड़ाई केवल कांग्रेस से नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी से भी है। जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री व आप संरक्षक अरविंद केजरीवाल चुनावी जमीन में खूब पसीना बहा रहे हैं।