मध्यप्रदेश पंचायत चुनाव में उठा हॉर्स ट्रेडिंग का मुद्दा, भाजपा ने कांग्रेस पर की आरोपों की बौछार
पंचायत चुनाव- 2022 मध्यप्रदेश पंचायत चुनाव में उठा हॉर्स ट्रेडिंग का मुद्दा, भाजपा ने कांग्रेस पर की आरोपों की बौछार
डिजिटल डेस्क, भोपाल। पंचायत चुनाव के नतीजे लगभग आ चुके है। जिसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष और जनपद पंचायत अध्यक्ष बनाने को लेकर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां जोरो से शुरू कर दी हैं। इन सब के बीच मध्यप्रदेश में एक बार फिर से हॉर्स ट्रेडिंग का मुद्दा गरमा गया है। यानि जीते हुए प्रत्याशियों की खरीद-फरोख्त की जा रही है।
दरअसल, प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी ने कांग्रेस पर बीजेपी के समर्थन वाले जिला पंचायत सदस्यों और जनपद पंचायत सदस्यों को पैसों का लालच देकर अगवा करने का गंभीर आरोप लगाया है। बीजेपी के इस आरोप के बाद मप्र की सियासत में खलबली सी मच गई है। हालांकि अभी तक कांग्रेस की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।
बीजेपी विधायक ने लगाए गंभीर आरोप
बीजेपी विधायक यशपाल सिसोदिया ने कांग्रेस के घेरते हुए कहा कि प्रदेश के कई हिस्सों से हमें शिकायत प्राप्त हो रही हैं कि कांग्रेस हमारे जिला पंचायत और जनपद पंचायत सदस्यों को अगवा कर रही है। बीजेपी के सदस्यों को जबरदस्ती उठाया जा रहा है। उन्होनें आगे कहा कि चूंकि बीजेपी बहुमत में है, इसको लेकर कांग्रेस घबराई हुई है और इसलिए पंचायत सदस्यों की खरीद- फरोख्त कर रही है।
हालांकि बीजेपी सेल इसको लेकर सतर्क हो चुकी है। वहीं खंडवा से कांग्रेस के जनपद पंचायत अध्यक्ष पद उम्मीदवार दावा कर रहे है कि उनके साथ चार निर्दलीय सदस्य जुड़ चुके हैं। उन्होनें आगे कहा कि इन निर्दलीय प्रत्याशियों को अज्ञात जगह पर भेज दिया गया है ताकि बीजेपी इनका सौदा न कर सके।
इन जिलों के आ चुके हैं फैसलें
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के कुल 52 जिलों में 875 जिला पंचायत सदस्यों के लिए मतदान कराए गए थे। वहीं 313 जनपद के 6771 सदस्य पदों के लिए भी मतदान हुआ था। अभी तक के आंकड़ों की बात करें तो, कुल 52 जिलों में से 30 जिलों में बीजेपी को बहुमत मिला है जबकि 11 जिलों में कांग्रेस ने परचम लहराया है। वहीं बाकी जगहों पर कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। बीजेपी का दावा है कि उसे 44 जिलों में जीत मिलेगी।