ये रहे साल के सबसे चर्चित राजनेता

अलविदा 2021 ये रहे साल के सबसे चर्चित राजनेता

Bhaskar Hindi
Update: 2021-12-15 19:41 GMT
ये रहे साल के सबसे चर्चित राजनेता

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। साल 2021 बीतने ही वाला है, कुछ दिनों बाद ही नया साल आने वाला है। इस बीते हुए साल में उन राजनेताओं की बात करेंगे, जो अपने बयानों या फिर कार्यों को लेकर चर्चा में रहे हैं। आइए जानते हैं उन चर्चित राजनेताओं के बारें में- 

ममता बनर्जी

 

पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव में चुनाव ममता बनर्जी ने बीजेपी को कड़ी शिकस्त देकर एक बार फिर पंजाब की बागड़ोर संभाली। हालांकि ममता बनर्जी विधानसभा इलेक्शन में नंदीग्राम  में बीजेपी के उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी के हाथों पराजित होने के बाद ममता बनर्जी ने भवानीपुर से विधानसभा उपचुनाव लड़ा था। भवानीपुर से विधानसभा उपचुनाव में रिकार्ड मतों से जीत हासिल की थी। ममता बनर्जी ने बीजेपी की उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल  को पराजित किया था। ममता बनर्जी ने 58 हजार, 832 मतों से बीजेपी उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल को पराजित किया था।

राहुल गांधी

राहुल गांधी ने पेगासस जासूसी विवाद को लेकर केंद्र सरकार को सड़क से लेकर संसद तक केंद्र सरकार को घेरने का प्रयास किया था। इस मामले को लेकर राहुल गांधी ने नेतृत्व किया था तथा विपक्ष के नेताओं साथ बैठकें भी की थी। डोकलाम मुद्दे को लेकर भी राहुल गांधी सरकार को हमेशा घेरते रहे तथा चीन-भारत सीमा तनाव को लेकर प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि वह अपने पड़ोसी देश से डरे हुए हैं।

प्रियंका गांधी

यूपी के लखीमपुर खीरी में जीप ने चार किसानों समेत आठ लोगों को रौंद दिया था, जिसमें केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा मुख्य अभियुक्त है। जिसके बाद से यूपी की सियासत में हलचल मच गई थी। प्रियंका गांधी अकेली ऐसी नेता थी जो सबसे पहले किसानों  से मिलने के लिए लखीमपुर जाने लगी। रास्ते में पुलिस ने उन्हें सीतापुर में हिरासत में लिया। उसके बावजूद भी प्रियंका अड़ी रहीं, हालांकि मृतक परिजन से मुलाकात करके ही मानी थी। यूपी 2022 विधान चुनाव से पहले प्रियंका ने कांग्रेस पार्टी की तरफ से नया नारा दिया कि लड़की हूं लड़ सकती हूं। जिसकी काफी चर्चाएं हो रही है।  

नवजोत सिंह सिद्धू

पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू के बगावती तेवर की काफी चर्चाएं होती रही। सिद्धू कभी खुद पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते कर राजनीति में हलचल मचाते रहे तो कभी तत्कालीन सीएम अमरिंदर सिंह के खिलाफ हमला बोलकर। हालांकि पार्टी के आलाकमान ने आखिरकार सिद्धू को ही तवज्जो देकर अमरिंदर सिंह से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को कह दिया और अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा दे दिया। बाद में चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का सीएम बनाया गया। 

अमरिंदर सिंह

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा देने के कुछ ही दिन बाद पंजाब लोक कांग्रेस ने नाम से नई पार्टी बनाई। आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने इसी दल के साथ मैदान में उतरेंगे। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को अपने राजनीतिक दल का नाम घोषित करने के साथ ही कांग्रेस पार्टी से आधिकारिक तौर पर त्यागपत्र भी दे दिया है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी छोड़ने की घोषणा की है और साथ में सोनिया गांधी से यह भी कहा है कि पार्टी ने पंजाब में सिद्धू को प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनाने का जो फैसला किया है, उसको लेकर एक दिन उन्हें पछताना पड़ेगा
  

 प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने इस बार कांग्रेस के विपक्ष का नेतृत्व करने की क्षमता पर सवाल उठाया और कहा कि जो पार्टी बीते 10 सालों में 90 फीसदी चुनाव हार गई है उसे विपक्ष के नेतृत्व का फैसला भी लोकतांत्रिक तरीक़ से होने देना चाहिए। इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए ये भी कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व का व्यक्तिगत तौर पर किसी को दैवीय अधिकार नहीं है।

हेमंत बिस्वा सरमा

हेमंत बिस्वा सरमा को केवल असम ही नहीं बल्कि पूरे पूर्वोत्तर भारत की राजनीति का चाणक्य कहा जाता है। हेमंत बिस्वा सरमा दरअसल खुद के आदिवासी समुदाय से आते हैं और यह समुदाय असम की कुछ गिनी चुनी अहम समुदायों में से एक है। ऐसे में पूरे पूर्वोत्तर भारत में हेमंत सरमा की मजबूत पकड़ है। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया था। जिसके बाद हेमंत बिस्वा सरमा को असम का सीएम बनाया गया।

अखिलेश यादव

यूपी विधान सभा चुनाव से पहले जिन्ना के बयान को लेकर अखिलेश चर्चित रहे। अखिलेश ने जिन्ना की तुलना सरदार पटेल से कर दी थी। अखिलेश ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई। अखिलेश ने आगे कहा था कि उन्हें आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करना पड़ा होगा तो पीछे नहीं हटे। 

नुसरत जहां


 अपनी शादी को लेकर काफी चर्चा में रही। बता दें कि पति से अलगाव की खबरों के बीच नुसरत ने कहा कि कारोबारी निखिल जैन के साथ उनकी शादी वैध नहीं है. उन्होंने कहा कि उनकी शादी तुर्की के कानून के मुताबिक हुई जो कि भारत में वैध नहीं है. नुसरत ने आगे कहा कि अंतर-धार्मिक शादी के लिए स्पेशल मैरिज एक्ट की वैधता जरूरी है, जो इस मामले में नहीं हुआ. ऐसे में जब शादी वैध नहीं है तो फिर तलाक का सवाल ही नहीं उठता है। पश्चिम बंगाल  बिधानसभा चुनाव के दौरान नुसरत जहां ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा भाजपा को कोरोना वायरस से खतरनाक बताया है. उन्होंने कहा कि भाजपा हिंदू और मुसलमानों के बीच दंगा कराती है

गुलाम नबी आजाद

कांग्रेस की कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर की राजनीति में बड़ा नाम गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस नेतृत्व पर ही सवाल खड़ा किए थे। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा है कि मौजूदा पीढ़ी सुझावों पर ध्यान नहीं देती। उन्होंने साथ में यह भी कहा था कि भले ही ये सुझाव कांग्रेस के दिग्गज नेता क्यों ने दें, लेकिन इसे अपराध और विद्रोह के तौर पर ही देखा जाता है।

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