24 से 26 फरवरी तक छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित होगा कांग्रेस का महाधिवेशन
आगे की रणनीति 24 से 26 फरवरी तक छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित होगा कांग्रेस का महाधिवेशन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के रायपुर में कुछ दिन बाद कांग्रेस का महाधिवेशन होने जा रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस के 85 वें महाधिवेशन में पार्टी की आगे की रूपरेखा और केंद्रीय वर्किंग कमेटी को लेकर कुछ फैसले हो सकते है।
नवा रायपुर में होने वाले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के 85वें महाधिवेशन की तैयारियां प्रारंभ हो चुकी हैं। जन-गण-मन के मुद्दों के मंथन महायज्ञ के लिए हम सब तैयार हैं।#कांग्रेस_महाधिवेशन pic.twitter.com/TjIeJPFheD
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) February 13, 2023
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी के महाधिवेशन में करीब ढाई दशक बाद सीडब्ल्यूसी के प्रमुख पदों के लिए चुनाव हो सकते है। मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन 24 से 26 फरवरी तक चलेगा। मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी का ये पहला अधिवेशन है।
आपको बता दें कांग्रेस के पास 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से करीब 1300 प्रतिनिधियों की सूची हैं, जिनके द्वारा सीडब्ल्यूसी का चुनाव संपन्न किया जाता है। कांग्रेस में सबसे ताकतवर टॉप एग्जीक्यूटिव बॉडी वर्किंग कमेटी यानी सीडब्ल्यूसी होती है, जिसमें कांग्रेस संविधान के अनुसार कुल 25 सदस्य शामिल हो सकते हैं।
तीन दिन तक चलने वाले महाअधिवेशन के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने टीम गठित कर दी है, जिसमें अलग-अलग नेता अलग विषय पर अपना प्रस्ताव पेश करेंगे। प्रस्ताव में कई मुद्दों पर चर्चा भी होगी। साल 2023 में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है, चुनावों के लिहाज कांग्रेस के अधिवेशन को काफी अहम माना जा रहा है। अगर सीडब्ल्यूसी के लिए चुनाव होता है तो कांग्रेस के इतिहास में ये चुनाव तीसरी बार होगा और सोनिया गांधी के ढाई दशक की लीडरशिप में पहली बार। 75 सालों के पार्टी इतिहास में अभी तक सिर्फ दो बार ही सीडब्ल्यूसी के चुनाव हुए हैं।
कन्याकुमारी से कश्मीर तक राहुल गाँधी के नेतृत्व में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा को अपार सफलता मिली। जिसने कांग्रेस के साथ साथ राहुल गांधी की राजनैतिक छवि को काफी फायदा पहुंचाया। अब पार्टी के अंदर ऐसी खबर चल रही है कि महाधिवेशन में ये तय हो सकता है कि अरूणाचल प्रदेश से लेकर गुजरात यानी पूर्वोत्तर से लेकर पश्चिम तक भारत जोड़ो यात्रा 2 का शुभांरभ किया जा सकता है। पार्टी दूसरी यात्रा निकालकर 2024 के सियासी संग्राम तक मिल रही पहचान को कम नहीं होना देना चाहती।
दूसरी यात्रा अरुणाचल के लोहित जिले के परशुराम कुंड से शुरू कर महात्मा गांधी की जन्मस्थली पोरबंदर में समाप्त करने की रूपरेखा पर महाधिवेशन में चर्चा हो सकती है। दूसरी तरफ कांग्रेस ने 26 जनवरी से 26 मार्च तक पूरे देश में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान शुरू किया है। इसके साथ ही यदि कांग्रेस एक बार फिर भारत जोड़ो यात्रा निकालती है तो वह निश्चिकत रूप से पार्टी से साथ साथ राहुल गांधी की राजनैतिक छवि में सही साबित होगी।