अमृतसर में बवाल काटने वाले अमृतपाल सिंह का पासपोर्ट छीनने या नजरबंद करने की अपील, पूर्व राजनायिक ने कहा भारतीय नहीं तो देश छोड़ दें

खालिस्तान समर्थक पर जुबानी हमला! अमृतसर में बवाल काटने वाले अमृतपाल सिंह का पासपोर्ट छीनने या नजरबंद करने की अपील, पूर्व राजनायिक ने कहा भारतीय नहीं तो देश छोड़ दें

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-01 07:50 GMT
अमृतसर में बवाल काटने वाले अमृतपाल सिंह का पासपोर्ट छीनने या नजरबंद करने की अपील, पूर्व राजनायिक ने कहा भारतीय नहीं तो देश छोड़ दें

डिजिटल डेस्क, चण्डीगढ़। देश में हर तरफ "वारिस पंजाब डे" के नाम के ही चर्चे है। वहीं उसके कर्ताधर्ता अमृतपाल सिंह भी अपने बयानों के जरिए खूब सुर्खियों में बने हुए हैं। पिछले दिनों अमित शाह को लेकर दिए गए बयानों की वजह से उन्हें खूब ट्रोल किया गया था। इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जैसी हालत करने के लिए राजनीतिक दलों से लेकर अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने अमृतपाल की कड़ी शब्दों में आलोचना की थी। पिछले दिनों ही वारिस पंजाब डे के चीफ अमृतपाल सिंह ने कहा था कि वो अपने आप को भारत के नागरिक नहीं मानते हैं। जिसके बाद से खूब बवाल मचा और अब इस पूरे मामले पर पूर्व राजनयिक और सुनहरा पंजाब पार्टी के मुखिया केसी सिंह ने अमृतपाल सिंह पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अगर वो अपने आप को भारत का नागरिक नहीं मानते तो विदेश चले जाएं। इसके अलावा भारत सरकार से आग्रह किया कि अमृतपाल सिंह को विदेशी नागरिक के रूप में नजरबंद कर देना चाहिए क्योंकि वो एक खालिस्तानी समर्थक हैं।

क्या कहा था अमृतपाल सिंह ने?

दरअसल, अमृतपाल सिंह ने भारतीय पासपोर्ट को महज एक डॉक्यूमेंट बताया था। उन्होंने कहा था कि यह पासपोर्ट मुझे भारतीय नहीं बनाता है। इसके अलावा उन्होंने अलग राज्य बनाने की मांग करने वाले नारों को बचाव करते हुए कहा था कि हिंदु राष्ट्र बनाने वाले पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। लेकिन जैसे ही आप खालिस्तान बनाने की बात करते हो सभी आपके विरूद्ध आ खड़े होते हैं। 

केसी सिंह ने जमकर लताड़ा 

अमृतपाल सिंह के इस बयान पर केसी सिंह ने अपनी प्रतीक्रिया देते हुए ट्विटर पर लिखा "वह भारतीय पासपोर्ट पर दुबई में थे। उन्होंने खुद को भारतीय नागरिक घोषित किया है। उन्हें अपना पासपोर्ट सरेंडर कर देना चाहिए। उन्हें यूएमएचसीआर से आईडी प्राफ्त करना चाहिए, क्योंकि उनके दिमाग में सिर्फ खालिस्तान घूमता है। भारत सरकार को उसे किसी भी देश भेज देना चाहिए या उसे विदेशी के रूप में नजरबंद कर देना चाहिए।"

खालिस्तानी समर्थकों पर क्या बोले सीएम मान? 

बता दें कि, सिख बनने और भारत लौटने से पहले अमृतपाल सिंह दुबई में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करते थे। वो पिछले वर्ष से ही भारत में रह रहे हैं। पिछले साल दीप सिंह सिद्धू के मौत हो जाने के बाद से ही वारिस पंजाब डे के मुखिया अमृतपाल सिंह है। अमृतपाल को एक कट्टर खालिस्तानी समर्थक माना जाता है। हाल ही में अपने साथी तूफान सिंह के गिरफ्तारी के बाद अपने समर्थकों के साथ पुलिस स्टेशन में जमकर बवाल काटा था। जिसके बाद से ही वारिस पंजाब डे मीडिया में छाया हुआ है। वहीं सूबे के मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह ने रविवार को कहा था कि खालिस्तान समर्थकों को पाकिस्तान समेत अन्य देशों से फंडिंग मिल रही है लेकिन इनके मंसूबे को पंजाब पुलिस पूरा नहीं होने देगी, हमारा पुलिस महकमा इनसे लड़ने में पूरी तरह सक्षम है।


 

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