ईडी ने मीसा भारती को आज पेश होने को कहा
जमीन के बदले नौकरी का मामला ईडी ने मीसा भारती को आज पेश होने को कहा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद की बेटी और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती को समन जारी कर नौकरी के बदले जमीन मामले में पूछताछ के लिए होने को कहा। ईडी ने मार्च में कहा था कि दिल्ली, मुंबई, पटना और रांची में विशिष्ट खुफिया इनपुट के आधार पर 24 स्थानों पर छापेमारी के दौरान एक करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी, 1900 अमेरिकी डॉलर, 540 ग्राम सोना और 1.5 किलोग्राम सोने के आभूषण और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए थे। केंद्रीय एजेंसी ने लगभग 600 करोड़ रुपये का पता लगाने का दावा किया था, जो कि 350 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों के रूप में अपराध की आय (पीओसी) थी और 250 करोड़ रुपये के लेनदेन विभिन्न बेनामीदारों के माध्यम से किए गए थे।
जांच एजेंसी ने कहा कि अब तक की गई पीएमएलए जांच से पता चला है कि पटना और अन्य क्षेत्रों में प्रमुख स्थानों पर कई जमीनें लालू प्रसाद के परिवार द्वारा रेलवे में नौकरी के बदले अवैध रूप से अधिग्रहित की गई थीं। इन भूमि पार्सल का वर्तमान बाजार मूल्य 200 करोड़ से अधिक है। इन जमीनों के लिए कई बेनामीदारों, शेल संस्थाओं और लाभकारी मालिकों की पहचान की गई है। ईडी के सूत्र ने दावा किया, डी-1088, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, दिल्ली में स्थित एक संपत्ति (स्वतंत्र 4 मंजिला बंगला, एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर पंजीकृत, तेजस्वी प्रसाद यादव और परिवार के स्वामित्व वाली और नियंत्रित कंपनी) को मात्र 4 लाख रुपये मूल्य पर अधिग्रहित दिखाया गया था, जिसका वर्तमान बाजार मूल्य लगभग 150 करोड़ रुपये है।
उन्होंने कहा कि इस संपत्ति को खरीदने में भारी मात्रा में नकदी/अपराध की आय का उपयोग किया गया था और रत्न और आभूषण क्षेत्र में काम करने वाली मुंबई स्थित कुछ संस्थाओं का उपयोग इस संबंध में अपराध की अवैध आय को चैनल करने के लिए किया गया था। ईडी ने आरोप लगाया, संपत्ति, हालांकि, कागज पर एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालयों के रूप में घोषित की गई है, इसका उपयोग विशेष रूप से तेजस्वी प्रसाद द्वारा आवासीय परिसर के रूप में किया जा रहा है। तलाशी के दौरान तेजस्वी प्रसाद इसी मकान में ठहरे हुए पाए गए और इस मकान को अपनी आवासीय संपत्ति के तौर पर इस्तेमाल करते पाए गए।
लालू के परिवार द्वारा गरीब ग्रुप-डी आवेदकों से महज 7.5 लाख रुपये में अधिग्रहित की गई जमीनों के चार पार्सल राबड़ी देवी द्वारा राजद के पूर्व विधायक सैयद अबू दोजाना को एक सांठगांठ के सौदे में 3.5 करोड़ रुपये में भारी लाभ के साथ बेचे गए। ईडी ने कहा कि जांच में आगे खुलासा हुआ है कि इस तरह मिली रकम का एक बड़ा हिस्सा तेजस्वी प्रसाद के खाते में ट्रांसफर किया गया। ईडी ने कहा, जांच में पता चला कि इसी तरह से रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी के बदले कई गरीब माता-पिता और उम्मीदवारों से जमीनें ली गईं। जांच में पता चला कि कई रेलवे जोन में भर्ती किए गए उम्मीदवारों में से 50 फीसदी से ज्यादा लालू प्रसाद के परिवार के निर्वाचन क्षेत्रों से थे। मामले में आगे की जांच जारी है।
(आईएएनएस)
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