2014 से अब तक 97 हजार करोड़ का ड्रग्स पकड़ा और नष्ट किया गया: अमित शाह

दिल्ली 2014 से अब तक 97 हजार करोड़ का ड्रग्स पकड़ा और नष्ट किया गया: अमित शाह

Bhaskar Hindi
Update: 2022-12-21 13:01 GMT
2014 से अब तक 97 हजार करोड़ का ड्रग्स पकड़ा और नष्ट किया गया: अमित शाह

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ड्रग्स के मुद्दे पर लोकसभा में अपना जवाब रखा। इस मौके पर बोलते हुए अमित शाह ने बताया कि पिछली सरकारों के मुकाबले 2014 से 2022 तक उनकी सरकार ने 97 हजार करोड़ का ड्रग्स पकड़ा और नष्ट किया गया है। शाह ने कहा कि ड्रग्स के कारोबार से जो पैसा मिलता है, वो आतंकवाद के वित्तपोषण में उपयोग किया जाता है। इसके सबूत भी एजेंसियों के पास हैं।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि हमने 75 साल के मौके पर लक्ष्य लिया था कि 60 दिन में 75 हजार किलो ड्रग्स जलायेंगे, मगर 60 दिन में उससे कहीं ज्यादा 1 लाख 60 हजार किलो ड्रग्स नष्ट किया गया है। उन्होंने सदन में आंकड़े देते हुए बताया कि साल 2006 से 2013 तक करीब 22 लाख 45 हजार किलो ड्रग्स पकड़ा गया था। वहीं इसकी तुलना में 2014 से 2022 तक 62 लाख 60 हजार किलो से ज्यादा ड्रग्स पकड़ा गया है।

शाह ने बताया कि साल 2006-13 के दौरान पकड़े गए ड्रग्स की कीमत 23 हजार करोड़ थी। जबकि 2014-22 के दौरान 97 हजार करोड़ का ड्रग्स पकड़कर जला दिया गया है। यही नहीं 2006-13 के दौरान कुल 1,45,062 दर्ज हुए थे, तो 2014-22 के दौरान 4,14,697 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें पहले के सालों में 1,62,908 आरोपी गिरफ्तार किए गए थे, जबकिं भाजपा की सरकार में अब तक 5,23,234 आरोपियों की ड्रग्स के मामलों में गिरफ्तारी हुई हैं।

वहीं इसके अलावा शाह ने बताया कि 13 हजार से ज्यादा केस डीलर और स्मगलिंग करने वालों के खिलाफ दर्ज किए गए हैं। वहीं सरकार ने पिछले 5 साल में 61 नए ड्रग्स प्रतिबंधित सूची में डाले हैं। अमित शाह ने कहा कि जो देश भारत में आतंकवाद को बढ़ाना चाहते हैं, वो इसका समर्थन करते हैं। ये अर्थव्यवस्था को भी खोखला करती है। ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई किसी एक की नहीं है केंद्र और राज्यों को साथ मिलकर इससे लड़ना होगा।

अमित शाह ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि सीमा पर आ रहे ड्रग्स की जिम्मेदारी केंद्र की है और जब बीएसएफ को अधिकार दिए जाते हैं, तो उसपर आपत्ति होती है। ये देश की एजेंसियां है बिना अधिकार के वो कुछ नहीं कर सकती। जो लोग इसको राजनीति मुद्दा बना रहे हैं, वो ड्रग्स के कारोबार का समर्थन कर रहे हैं। देश में सभी को एजेंसियों पर भरोसा करना होगा।

अमित शाह ने बताया कि गुजरात के पोर्ट पर जो 3 हजार किलो ड्रग्स पकड़ा गया था, वो सॉफ्टवेयर एनालिसिस की मदद से ही पकड़ा गया था। जिस राज्य में सबसे ज्यादा ड्रग्स पकड़ा गया इसका मतलब है वो राज्य सबसे ज्यादा काम कर रहा है। पकड़ेंगे ही नहीं तो इसका मतलब फिर पंजाब में ड्रग्स ही नही है। उन्होंने कहा कि पकड़ेंगे ही नहीं तो आंकड़े अच्छे ही आएंगे। इस शुतुरमुर्ग नीति से देश को नहीं बचा सकते। मिट्टी में मुंह डालने से आंधी नहीं जाती उसे सीने पर झेलना पड़ता है।

गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पूछ रही है ड्रग्स कहाँ से आ रहा है। उन्होंने बताया ड्रग्स गल्फ देशों से आ रहा है। इसमें कई लोग गिरफ्तार किए गए हैं। फैक्टरी भी सील की गई हैं। 12 राज्यों में छापेमारी भी की गई और कई गिरफ्तारियां भी हुई हैं। मनी लॉन्ड्रिंग, हवाला और डार्क नेट को लेकर भी रणनीति बनाई गई है।

अमित शाह ने बताया कि एक एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स भी बनाई गई है। दोहरे इस्तेमाल की दवाओं पर ज्यादा से ज्यादा प्रतिबंध लगाया जाए इसके लिए भी समिति गठित की गई है। वहीं 60-70 फीसदी ड्रग्स समुद्री और हवाई मार्ग से आता है। इसके लिए भी हाई लेवल टास्क फोर्स बनाई गई है।

 

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