बधाई: भाजपा ने मप्र के दमाद को बनाया अध्यक्ष, दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर जताई खुशी

बधाई: भाजपा ने मप्र के दमाद को बनाया अध्यक्ष, दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर जताई खुशी

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-21 04:43 GMT
बधाई: भाजपा ने मप्र के दमाद को बनाया अध्यक्ष, दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर जताई खुशी

डिजिटल डेस्क, भोपाल। भाजपा ने जेपी नड्डा को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया है। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने उन्हें बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि जेपी नड्डा जी को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर हार्दिक बधाई। हम मप्र के लोगों को इस बात की प्रसन्नता है कि हमारे दामाद भाजपा के अध्यक्ष बने। श्री मती नड्डा मप्र की भूपू मंत्री श्री मती जयश्री बेनर्जी की पुत्री हैं। 

ऐसा है नड्डा का साधारण कार्यकर्ता से अध्यक्ष बनने तक का सफर

जेपी नड्डा ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ता के तौर पर की। राष्ट्रीय राजनीति में उनका प्रवेश वर्ष 2010 में भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष नितिन गडकरी के कार्यकाल के दौरान उस वक्त हुआ, जब गडकरी ने उन्हें अपनी नई टीम में स्थान दिया। वह पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए।

नड्डा का जन्म दो दिसंबर, 1960 को बिहार के पटना में हुआ। जेपी नड्डा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बिहार में आरंभ की और बाद में उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से स्नातक किया। इसके बाद उन्होंने शिमला स्थित हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान और विधायी कानून में स्नातक (एलएलबी) की डिग्री हासिल की। 1978 में एबीवीपी के छात्र नेता के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करते हुए नड्डा ने 1991 से 1994 तक पार्टी की युवा शाखा भारतीय युवा मोर्चा में भी गडकरी और शाह के साथ काम किया था।

उनकी पत्नी मल्लिका नड्डा भी एबीवीपी की कार्यकर्ता रही हैं। वह भी वर्ष 1988 से 1999 तक एबीवीपी की राष्ट्रीय महासचिव रहीं। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में इतिहास की शिक्षक मल्लिका वर्तमान में विश्वविद्यालय के दिल्ली परिसर में कार्यरत हैं। राज्य की पिछली भाजपा सरकार (2007-12) में नड्डा और तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बीच मतभेद को लेकर उन्हें 2010 में वन मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। वर्ष 2012 में वह राज्यसभा के लिए चुने गए। वर्ष 1993 में नड्डा पहली बार हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर (सदर) से विधायक निर्वाचित हुए। वर्ष 1998 में वह पुन: जीते और राज्य के स्वास्थ मंत्री बने।

वर्ष 2003 में वह विधानसभा चुनाव हार गए, लेकिन 2007 में वह एक बार फिर चुनाव जीतकर हिमाचल प्रदेश के वन मंत्री बने। वन मंत्री के रूप में नड्डा ने वन अपराधों को रोकने के लिए वन पुलिस थानों की स्थापना की, सामुदायिक पौधरोपण अभियान शुरू किया, क्वींस ऑफ हिल्स यानी शिमला में खत्म हो रहे हरित कवर को बढ़ाने बड़े पैमाने पर देवदार के पौधरोपण कराया और जंगलों में तालाब बनवाए।वर्ष 2014 में राजनाथ सिंह के गृहमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वासपात्र नड्डा का नाम अध्यक्ष पद के लिए सामने आया था। बाद में नड्डा को पहले मंत्रिमंडल विस्तार में स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया। 

 

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