भाकपा (माले) नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगी, भाजपा की बेदखली एक सकारात्मक घटना - दीपंकर भट्टाचार्य
बिहार सियासत भाकपा (माले) नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगी, भाजपा की बेदखली एक सकारात्मक घटना - दीपंकर भट्टाचार्य
डिजिटल डेस्क, पटना। भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने शनिवार को साफ कर दिया कि भाकपा (माले) नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगी, लेकिन सरकार को पुरजोर समर्थन देगी। उन्होंने कहा कि बिहार की सत्ता से भाजपा की बेदखली पूरे देश के लिए एक सकारात्मक घटनाक्रम है।
पटना में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपाई साजिश और आपदा से देश को मुक्ति दिलाने की दिशा में बिहार में गैरभाजपा सरकार का गठन संविधान व लोकतंत्र पर हमले के खिलाफ संघर्षशील ताकतों के लिए नई उम्मीद पैदा करती है। उन्होंने साफ किया कि भाकपा-माले नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगी, लेकिन सरकार को पुरजोर समर्थन देगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में नागरिक समाज व न्यायपूर्ण आंदोलनों के दमन की जो दिशा ली गई है, हम उम्मीद करते हैं कि बिहार की नई सरकार उसके खिलाफ सकारात्मक रूख के साथ आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी नागरिक समाज और सरकार के बीच एक सार्थक संवाद बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी।
उन्होंने महागठबंधन से मांग करते हुए कहा कि राज्य के सभी रिक्त पदों पर बहाली हो और 19 लाख रोजगार का वादा पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि वादे के मुताबिक, बिहार में कार्यरत आशा कार्यकर्ता, रसोईया, आंगनबाड़ी कर्मियों और तमाम स्कीम वर्करों को जीने लायक सम्मानजनक मासिक मानदेय की गारंटी की जानी चाहिए।
भाकपा (माले) ने अग्निपथ, एनटीपीसी, अन्य रोजगार आंदोलन सहित राजनीतिक, सामाजिक कार्यकर्ताओं व आंदोलनांे के क्रम में थोपे गए सभी मुकदमों को वापस लेने की भी मांग की है। नई सरकार को इस बात की भी गारंटी करनी चाहिए स्मार्ट सिटी के नाम पर बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए एक भी परिवार का घर न तोड़ा जाए।
(आईएएनएस)
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