ठेकेदार आत्महत्या मामला, भाजपा ने स्पष्ट किया, जांच में हस्तक्षेप नहीं करेंगे
कर्नाटक ठेकेदार आत्महत्या मामला, भाजपा ने स्पष्ट किया, जांच में हस्तक्षेप नहीं करेंगे
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा ने बुधवार को कहा कि सनसनीखेज ठेकेदार आत्महत्या मामले की जांच में कोई हस्तक्षेप नहीं होगा, जिसमें पूर्व मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता के.एस. ईश्वरप्पा मुख्य आरोपी हैं। संतोष के पाटिल के आत्महत्या मामले की जांच पर संदेह जताया गया। हालांकि इस मामले ने राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरीं, लेकिन पुलिस ने अभी तक ईश्वरप्पा से पूछताछ नहीं की है। विपक्षी कांग्रेस द्वारा राज्य भर में पूर्ण आंदोलन शुरू करने के बाद ईश्वरप्पा ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने बुधवार को कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो जांच करने वाले पुलिस अधिकारी ईश्वरप्पा को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए पेश होने को कहेंगे। उन्होंने कहा कि मामले में किसी को बचाने का सवाल ही नहीं है। जांच पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से होगी। पुलिस आवश्यक व्यक्तियों को नोटिस देगी। हमारा विभाग इसमें हस्तक्षेप नहीं करेगा। उन्होंने दोहराया कि ठेकेदार आत्महत्या मामले की जांच उडुपी के पुलिस अधीक्षक द्वारा की जा रही है और वह ईश्वरप्पा को नोटिस देने पर फैसला लेंगे।
एक ठेकेदार और भाजपा नेता पाटिल ने अप्रैल में जहर खाकर आत्महत्या कर ली और मंत्री ईश्वरप्पा को उनकी मौत के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि ईश्वरप्पा ने अपने सहयोगियों के माध्यम से 4 करोड़ रुपये के परियोजना कार्य में 40 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी। पुलिस ने ईश्वरप्पा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उसे मुख्य आरोपी बनाया है। कांग्रेस ने तब मंत्री के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया था।
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