चन्नी के भतीजे ने अवैध खनन मामले में दायर की जमानत याचिका
पंजाब चन्नी के भतीजे ने अवैध खनन मामले में दायर की जमानत याचिका
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब में अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है। हनी ने एक विशेष अदालत में अपने वकील के माध्यम से जमानत याचिका दायर की है।
अदालत दलील सुनने के लिए पूरी तरह तैयार है।
ईडी ने हनी को 3 और 4 फरवरी की दरम्यानी रात को गिरफ्तार किया था और बाद में उन्हें 8 फरवरी तक के लिए हिरासत में ले लिया था।
सूत्र ने दावा किया है कि हनी जवाब देने में टालमटोल कर रहे थे, जांच एजेंसी के साथ सहयोग नहीं कर रहे थे।
केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों की एक टीम ने हनी से पूछताछ की। उनके परिवार को अदालत ने उससे प्रतिदिन एक घंटे के लिए मिलने की अनुमति दी थी।
आईएएनएस को मिले ईडी के दस्तावेज में कहा गया है कि हनी कथित तौर पर अधिकारियों से ट्रांसफर और पोस्टिंग के एवज में पैसे लेते थे।
ईडी से आईएएनएस को प्राप्त दस्तावेज में लिखा है, इसके अलावा, भूपिंदर सिंह ने तलाशी के दौरान अपने बयान में अन्य बातों के साथ स्पष्ट रूप से कहा है कि लुधियाना में उनके आवासीय परिसर (4.09 करोड़ रुपये), संदीप कुमार के लुधियाना में आवास परिसर (1.99 करोड़ रुपये) से मिली सभी नकदी जब्त कर ली गई।
मोहाली में आवास परिसर (3.89 करोड़ रुपये) वास्तव में हनी से संबंधित है। उन्होंने खनन से संबंधित गतिविधियों के माध्यम से खनन फाइलों की मंजूरी और अधिकारियों के स्थानांतरण सहित अपराध की इस तरह की आय अर्जित करने की बात स्वीकार की।
सूत्रों ने दावा किया है कि चूंकि हनी चन्नी के करीबी हैं, इसलिए वह भारी मुनाफा कमाने के लिए राजनीतिक कनेक्शन का इस्तेमाल कर रहे थे।
आईएएनएस को मिले ईडी के दस्तावेजों के मुताबिक, हनी ने कबूल किया है कि ईडी ने छापेमारी के दौरान उनके घर से 10 करोड़ रुपये बरामद किए थे।
ईडी ने आरोप लगाया है कि हनी को अवैध खनन से भी पैसा मिल रहा था।
ईडी ने 18 जनवरी को हनी का आवास होमलैंड हाइट्स समेत 10 अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की थी।
ईडी ने दो दिनों तक अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए।
हनी को जालंधर में ईडी के जोनल ऑफिस के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। उन्हें चल रही जांच के सिलसिले में अपना बयान दर्ज कराना था।
ईडी अधिकारियों ने हनी के बिजनेस पार्टनर कुदरत दीप सिंह का बयान दर्ज किया था।
ईडी के अधिकारी ने कहा था कि उन्होंने छापेमारी के दौरान अवैध रेत खनन, संपत्ति के लेन-देन, सेल फोन, 21 लाख रुपये से अधिक के सोने और 12 लाख रुपये की घड़ी और 10 करोड़ रुपये नकद से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए।
एक सूत्र ने बताया कि उनके द्वारा बरामद दस्तावेजों से इस बात की पुष्टि हुई है कि कुदरत दीप सिंह दो फर्म चला रहे थे और भूपिंदर सिंह हनी उनमें संयुक्त निदेशक थे।
सूत्रों के अनुसार, फर्म मूल रूप से शेल कंपनियां हैं, लेकिन ईडी ने बहुत सारे पैसे के लेनदेन का पता लगाया है। फर्मों में से एक प्रदाता ओवरसीज कंसल्टेंसी लिमिटेड है जिसे 2018 में 33.33 प्रतिशत समान शेयरों के साथ शामिल किया गया था।
ईडी का यह मामला दो साल पुरानी प्राथमिकी के आधार पर है।
ईडी ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी सहित 10 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की।
पंजाब पुलिस ने 7 मार्च 2018 को 10 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
ईडी ने पिछले साल नवंबर में पंजाब में अवैध रेत खनन से संबंधित प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की थी।
एफआईआर की कॉपी आईएएनएस तक पहुंच गई है, जो आईपीसी की कई धाराओं के तहत दर्ज की गई थी।
पंजाब पुलिस की प्राथमिकी में भूपिंदर सिंह हनी का नाम नहीं था और मामले में कुदरत दीप सिंह को क्लीन चिट दे दी गई थी।
ईडी ने पाया कि मामले में शामिल आरोपियों द्वारा पैसे की हेराफेरी की जा रही थी और उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी।
(आईएएनएस)