सीएम योगी के दूसरे कार्यकाल पर बिफरी बीएसपी सुप्रीमो मायावती, बताया योगी सरकार के कौन कौन से फैसले हैं कागजी और हवाहवाई

बीजेपी पर टूट पड़ी मायावती सीएम योगी के दूसरे कार्यकाल पर बिफरी बीएसपी सुप्रीमो मायावती, बताया योगी सरकार के कौन कौन से फैसले हैं कागजी और हवाहवाई

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-25 11:44 GMT
सीएम योगी के दूसरे कार्यकाल पर बिफरी बीएसपी सुप्रीमो मायावती, बताया योगी सरकार के कौन कौन से फैसले हैं कागजी और हवाहवाई

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के कार्यकाल के 6 वर्ष पूरे हो गए हैं। जिसकी वजह से योगी आदित्यनाथ की सरकार अलग-अलग मंचों से अपनी सरकार की उपलब्धियां भुनाने में लगी हुई है और प्रदेश की जनता को खुशहाल बताने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। इसी बीच बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने योगी सरकार पर कटाक्ष किया है। उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार राजनीतिक, जातिवादी द्वेष छोड़ कर लोगों के हित के बारे में सोचे ताकि प्रदेश और जनता दोनों का ही विकास हो।

मायावती ने बीजेपी की डबल इंजन की सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार फिजूल खर्च को छोड़ कर प्रदेश की जनता के विकास के लिए काम करे, तो ज्यादा बेहतर होगा।

बीजेपी पर साधा निशाना

भारतीय जनता पार्टी और प्रदेश की योगी सरकार को घेरते हुए मायावती ने ट्वीटर पर दो धड़ाधड़ ट्वीट्स किए। जिनमें लिखा "यूपी में बीजेपी की डबल इंजन सरकार के 6 साल पूरे होने को लेकर महंगे व खर्चीले प्रसार-प्रचार के माध्यम से जो बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं उनका जमीनी हकीकत से अगर सही का वास्ता होता तो उचित होता। लेकिन ऐसा नहीं होने से करोड़ों गरीब व पिछड़ी जनता में उत्साह कम व मायूसी ज्यादा।"

योगी सरकार को राजगार के मुद्दे पर घेरते हुए दूसरे ट्वीट में लिखा "चाहे विकास, रोजगार, कानून का राज या एक जिला-एक मेडिकल कालेज आदि का मामला हो, इनको लेकर सरकार द्वारा 'यूपी खुशहाल' का किया जा रहा दावा अधिकतर कागजी व हवाहवाई ही है। सरकार राजनीतिक व जातिवादी द्वेष एवं साम्प्रदायिक रवैयों आदि को त्यागकर वास्तविक जनहित व जनकल्याण पर ध्यान दे।"

मायावती पर लगते रहे हैं आरोप

बसपा सुप्रीमो के बयान पर अभी तक बीजेपी से किसी भी तरह की कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई है। जानकारी के लिए बता दें कि, मायावती पर ये आरोप लगाते रहे हैं कि उन्होंने साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए चुनावी अखाड़े से खुद को अलग कर लिया ताकि बीजेपी को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके। इस मामले पर समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव न जाने कितनी बार मीडिया में बात कर चुके हैं कि बीजेपी की सत्ता में आने की वजह बीएसपी रही, उसकी विधानसभा में सक्रियता न होने की वजह से भाजपा के पक्ष में फैसला आया। 

वहीं राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो भाजपा और बीएसपी में ऐसी बातें भी चल रही थीं कि एक दलित महिला होने के नाते मायावती को राष्ट्रपति बनाया जाएगा। लेकिन ये सारी बातें अब इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुकी हैं और आज बीएसपी सुप्रीमो बीजेपी की सरकार पर जमकर बरसी हैं। 


 

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