बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की लड़कियों के पहनावे पर बिगड़े बोल, कहा- गंदे कपड़े में पूरी तरह लगती है शूर्पणखा
नेताजी के बिगड़े 'बोल' बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की लड़कियों के पहनावे पर बिगड़े बोल, कहा- गंदे कपड़े में पूरी तरह लगती है शूर्पणखा
डिजिटल डेस्क, भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय हमेशा ही अपने बयानों के जरिए सुर्खियों में बने रहते हैं। कैलाश इस बार भी अपने विवादित बयान की वजह से चर्चा का विषय बन गए हैं लेकिन इस बयान की वजह से वो घिरते हुए भी दिखाई दे रहे हैं।
दरअसल, बीजेपी नेता का हाल के दिनों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा हैं। जिसमें वो कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि कुछ महिलाएं ऐसे कपड़े पहन कर घर से निकलती हैं कि, मन करता है खिंच कर दो चार तमाचा लगा दूं, वो इस कपड़े में पूरी तरह शूर्पणखा लगती हैं।
चौतरफा घिरे कैलाश विजयवर्गीय
बता दें कि, कैलाश विजयवर्गीय बीजेपी के कद्दावर नेता हैं और वो अपने अक्सर बयानों के जरिए मीडिया में छाए रहते हैं। कैलाश के बारे में ये भी कहा जाता है कि, जिन विरोधी दल को अपने निशाने पर लेते हैं उन्हें अपने जवाबों से चित कर देते हैं। लेकिन इन सब से इतर उनका महिलाओं के पोशाक पर टिप्पणी करना भारी पड़ सकता है क्योंकि सोशल मीडिया पर उनकी जबरदस्त खिंचाई हो रही है और लोग सवाल पूछ रहे हैं कि एक जिम्मेदार पार्टी के नेता होने के नाते आपको महिलाओं के पहनावे पर टीका टिप्पणी शोभा नहीं देता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो , विजयवर्गीय के इस बयान पर पर राष्ट्रीय महिला आयोग एक्शन ले सकता है।
क्या बोल गए विजयवर्गीय
वहीं वायरल वीडियो में विजयवर्गीय कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि, "मैं आज भी जब निकलता हूं, पढ़े-लिखे नौजवानों, बच्चों को झूमते हुए देखता हूं तो सच में ऐसी इच्छा होती है कि पांच-सात ऐसी दूं कि उनका नशा उतर जाए। सच कह रहा हूं, भगवान की कसम। हनुमान जयंती पर झूठ नहीं बोलूंगा। लड़कियां भी इतने गंदे कपड़े पहनकर निकलती हैं कि अपन महिलाओं को देवी बोलते हैं। उनमें देवी का स्वरूप ही नहीं दिखता। बिल्कुल शूर्पणखा लगती है। सच में अच्छा सुंदर भगवान ने शरीर दिया है, जरा अच्छा कपड़ा पहनो यार। बच्चों में आप संस्कार डालिए। मैं बहुत चिंतित हूं।"
इंदौर में दिया था विवादित बयान
दरअसल, यह पूरा मामला इंदौर का बताया जा रहा है। जहां कैलाश विजयवर्गीय एक नशा मुक्ति कार्यक्रम में शरीक होने के लिए गए हुए थे। इसके अलावा उन्होंने हनुमान जयंती और महावीर जयंती के कार्यक्रम में भी भाग लिया। जहां पर लोगों को संबोधित करते हुए पहले तो शराब को लेकर चर्चा की, बाद में उन्होंने लड़कियों के ड्रेस को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि, कैलाश ने बच्चों के माता-पिता, दादा-दादी और परिजनों से आग्रह किया कि आप अपने बच्चों को सही शिक्षा और संस्कार दें ताकि, इंदौर की सड़कों पर नशे की हालत में वो न चलें। यह तभी हो सकता है जब माता-पिता ठीक तरह से बच्चों को संस्कार देंगे।