गुजरात की बंपर जीत के बाद भी आसान नहीं है बीजेपी की डगर, नौ राज्यों में फेस करनी है बड़ी चुनौती, जानिए अगले साल किस राज्य के चुनाव में खड़ी होगी सबसे बड़ी मुश्किल!
2024 से पहले बड़ी चुनौती गुजरात की बंपर जीत के बाद भी आसान नहीं है बीजेपी की डगर, नौ राज्यों में फेस करनी है बड़ी चुनौती, जानिए अगले साल किस राज्य के चुनाव में खड़ी होगी सबसे बड़ी मुश्किल!
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में तीन राज्यों में चुनाव सम्पन्न हुए हैं। दिल्ली एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पहली बार जीत का स्वाद चखा है, तो वहीं हिमाचल में कांग्रेस पार्टी ने शानदार जीत हासिल की है। गुजरात में बीजेपी ने अपना किला बचाते हुए अपने पिछले सभी सीट पाने के रिकार्ड को तोड़ दिया है। वहीं अब बीजेपी की अगली नजर 2023 के विधानसभा चुनावों और 2024 में आम चुनाव पर है। 2023 के विधानसभा चुनाव को 2024 लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल मुकाबला भी माना जा रहा है।
2023 में देश के 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बता दें कि इन राज्यों में लोकसभा के 116 सीटें आते है। 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यहां से 92 सीटों पर जीत मिला था। गुजरात विधानसभा चुनाव की जीत के बाद अब इन 9 राज्यों के विधानसभा चुनाव बीजेपी को अपना दबदबा कायम रखना होगा। साफ है बीजेपी को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करना होगा। हिमाचल की हार से पार्टी को बहुत कुछ सीखने को मिला होगा।
अगले साल 9 राज्यों में होंगे विधानसभा चुनाव
2023 में फरवरी माह में मेघालय, नागलैंड, त्रिपुरा और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। मेघालय में 2 लोकसभा सीटें हैं और बीजेपी को इनमें से एक भी सीट हासिल नहीं है। यहां एक सीट पर कांग्रेस तो वहीं एक सीट पर नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) का कब्जा है। यहां की विधानसभा में भी भाजपा की स्थिति कुछ खास नहीं है। मेघालय में 60 विधानसभा सीट है। लेकिन यहां पर बीजेपी के पास मात्र 9.6 प्रतिशत वोट शेयर हैं। बीजेपी के पास मेघालय में सिर्फ 2 सीटें हैं।
मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा में भाजपा की क्या है स्थिति
1 लोकसभा सीट वाले मिजोरम में भी भाजपा का हाथ अभी तक खाली है। वहीं मिजोरम विधानसभा सीट की बात करें तो यहां पर विधानसभा के कुल 40 सीट है, लेकिन बीजेपी के पास मात्र एक सीट है। वहीं नागालैंड में बीजेपी की स्थिति कुछ खास नहीं है। यहां बीजेपी के पास 15.3 प्रतिशत वोट शेयर है। 60 विधानसभा सीट वाली नागालैंड में भाजपा के पास 12 सीट मौजूद है। त्रिपूरा में बीजेपी की स्थिति काफी ठीक है। त्रिपूरा में लोकसभा सीटों की बात करें तो यहां पर दो लोकसभा सीट हैं और दोनों ही बीजेपी के पास है। त्रिपूरा में कुल 60 विधानसभा सीट है, जिसमें बीजेपी 36 सीटों पर कब्जा जमाए हुए है।
कर्नाटक में भाजपा की स्थिति
कर्नाटक में मई, 2023 में चुनाव होने वाले हैंं। 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यहां से शानदार जीत मिली थी। बीजेपी ने यहां पर 28 लोकसभा सीटों में से 25 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं इस राज्य में 224 विधानसभा सीट मौजूद है। जिसमें बीजेपी 104 सीटों पर कब्जा है। बीजेपी को यहां से विधानसभा चुनाव में 36.4 प्रतिशत वोट मिले थे।
राजस्थान में बीजेपी का हाल
साल 2023 के नवंबर माह में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव होंगे। राजस्थान में अभी कांग्रेस पार्टी की सरकार है। यहां अगले साल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने होंगी और दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। बता दें कि बीजेपी ने 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को काफी बुरे अंतर से हराया था। यहां कुल 200 विधानसभा सीट है जिसमें भाजपा के पास 73 सीट है।
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में किसकी बनेगी सरकार
बीजेपी और कांग्रेस की नजर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ पर भी होगी। मध्यप्रदेश में अभी बीजेपी की सरकार है, लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है। एमपी के 29 लोकसभा सीटों में से 28 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है तो वही छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीटों में बीजेपी के पास कुल 9 सीटें है। हालांकि, बीजेपी को इन दोनों राज्यों मे कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल सकती है। मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 41 प्रतिशत वोट शेयर था, वहीं भाजपा के प्रतिद्वंदी कांग्रेस को भी 41 प्रतिशत के करीब वोट हासिल हुआ था। बीजेपी के लिए यहां पर विधानसभा चुनाव जीतना असान नहीं होगा। वहीं पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में बीजेपी का और भी ज्यादा बूरा हाल है। यहां बीजेपी पिछले विधानसभा चुनाव में सिर्फ 15 सीटों पर सिमट कर रह गई थी।
तेलंगाना में कौन-सी पार्टी मारेगी बाजी
इसके बाद अगले साल दिसंबर माह में तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होंगे। यहां पर बीजेपी काफी खराब स्थिति में है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यहां से सिर्फ 4 सीटें मिली थी। वहीं विधानसभा की बात करें तो यहां पर भाजपा की हालत और भी ज्यादा खराब है। यहां भाजपा को 7.1 प्रतिशत वोट मिले है और 119 विधानसभा सीटों में से मात्र 1 सीट हासिल हुई है। ऐसे में केसीआर सरकार को उखाड़ फेंकना बीजेपी के लिए इतना आसान नहीं होगा। केसीआर राज्य की राजनीति के साथ-साथ देश की राजनीति में भी काफी ज्यादा सक्रिय है।
बीजेपी को अपना गढ़ बचाना सबसे बड़ी चुनौती
देश मंहगाई, बेरोजगारी और आर्थिक समस्या से जूझ रहा है। ऐसे में इन सब बातों का असर आम चुनाव में भी देखने को मिलेगा। बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती कई राज्यों में अपने गढ़ को बचाने की होगी। 2023 का विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए अग्निपरीक्षा साबित होगी।
इस वक्त उत्तराखंड में बीजेपी के पास 5 लोकसभा सीटे हैं और बीजेपी की मंशा होगी कि वह एक बार फिर से सभी सीटों पर जीत हासिल करे। उत्तर प्रदेश के कुल 80 लोकसभा सीटों में से 68 सीटें बीजेपी के खाते में हैं। अखिलेश यादव यहां बीजेपी को बड़ी टक्कर दे सकते हैं। बीजेपी यहां पर भी अपना गढ़ बचाने की कोशिश करेगी। वहीं हरियाणा की बात करें तो 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी 10 सीटों पर जीत हासिल की थी। असम में बीजेपी के पास 14 में 9 सीटें हैं। गुजरात में कुल 26 सीटों पर बीजेपी अपना कब्जा जमाए हुए है। वहीं गोवा में 2 में से 1 सीट बीजेपी के पास है। इन सभी राज्यों में बीजेपी को अपना किला बचाना होगा और इन राज्यों में बीजेपी को बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
इन राज्यों में बीजेपी को मिल सकती है बड़ी टक्कर
महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड इन सभी 9 राज्यों में आंकड़ों के हिसाब से विपक्ष बीजेपी पर काफी हावी हो सकता है।
- महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटों में से भाजपा के पास 23 सीटें मौजूद हैं। बीजेपी को यहां पर 2019 लोकसभा चुनाव में 27.6 प्रतिशत वोट मिले थे। जो कि बेहद कम है।
- पंजाब में 13 लोकसभा सीटों में से मात्र 2 सीट बीजेपी के पास है। बीजेपी को यहां पर कुल 9.6 प्रतिशत वोट मिले थे।
- वहीं 2019 लोकसभा चुनाव में केरल राज्य से बीजेपी का खाता भी नहीं खुला था। हालांकि बीजेपी को यहां से कुल 12.9 प्रतिशत वोट मिले थे।
- तमिलनाडु भी उन्हीं राज्यों में से एक जहां बीजेपी को एक भी सीट हासिल नहीं हुई थी। यहां कुल 39 लोकसभा सीट हैं। वहीं वोट शेयर की बात करें तो बीजेपी को यहां से 3.9 प्रतिशत वोट मिले थे।
- यही नहीं आंध्रप्रदेश में भी बीजेपी का यही हाल है। इस राज्य के 25 लोकसभा सीट में बीजेपी के पास एक भी सीट नहीं है। यहां से भाजपा को एक प्रतिशत वोट शेयर मिला था।
- ओडिशा में भी बीजेपी की हालात काफी ज्यादा खराब है। इस राज्य में कुल 25 लोकसभा सीट है जिसमें बीजेपी के पास 8 सीट हैं। बीजेपी को यहां से कुल 38.4 प्रतिशत वोट शेयर मिला था।
- पश्चिम बंगाल में ममता दीदी बीजेपी को काफी हद तक नुकसान पहुंचाती आई हैं। यहां 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 42 में से 18 सीटों पर जीत मिली थी। हालांकि बीजेपी को इस राज्य से 40 प्रतिशत वोट शेयर मिला था।
- बीते कुछ चुनाव से बिहार में बीजेपी का प्रर्दशन काफी अच्छा रहा है। 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यहां से 40 लोकसभा सीट में से 17 सीट मिला था। यहां से बीजेपी को 23.6 प्रतिशत वोट शेयर मिला था। फिलहाल अब बीजेपी के पास नीतीश का साथ नहीं है और वे अब महागठबंधन सरकार में चले गए है। 2024 लोकसभा चुनाव में नीतीश का फायदा महागठबंधन सरकार को मिल सकता है।
- बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में बीजेपी को 14 में से 11 सीटों में जीत मिली थी। बीजेपी की यहां पर 51 प्रतिशत वोट शेयर है। हालांकि, इस वक्त राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार है।