बीजेपी नेता तरुण चुग ने केसीआर को सरकार के कामकाज पर बहस करने की दी चुनौती
तेलंगाना बीजेपी नेता तरुण चुग ने केसीआर को सरकार के कामकाज पर बहस करने की दी चुनौती
- बीजेपी को विरोध प्रदर्शन करने की नहीं मिली अनुमति
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद । भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और तेलंगाना प्रभारी तरुण चुग ने सोमवार को मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को पिछले सात साल के दौरान केंद्र और राज्य सरकारों के कामकाज पर खुली बहस की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमार केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार और राज्य में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सरकार के कामकाज पर मुख्यमंत्री के साथ बहस के लिए तैयार हैं। तरुण चुग राज्य सरकार से सभी रिक्त पदों को भरने की मांग को लेकर बंदी संजय के दिनभर के विरोध कार्यक्रम निरुद्योग दीक्षा में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
नामपल्ली क्षेत्र से सांसद संजय भाजपा के राज्य कार्यालय में दिनभर अनशन पर बैठे रहे। भाजपा ने इंदिरा पार्क में विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसके बाद पार्टी को कार्यक्रम स्थल बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा। तरुण चुग ने आरोप लगाया कि तेलंगाना में 600 युवाओं ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि टीआरएस सरकार उन्हें नौकरी देने में विफल रही। उन्होंने याद किया कि मुख्यमंत्री केसीआर ने तेलंगाना के गठन के बाद युवाओं को उनका जीवन बेहतर करने का आश्वासन दिया था और हर घर से एक युवक को नौकरी देने का वादा किया था।
भाजपा नेता ने कहा कि केसीआर और उनकी सरकार 600 परिवारों के श्राप से नहीं बचेगी। यह दावा करते हुए कि राज्यभर के युवाओं में गुस्सा बढ़ रहा है, और एक ज्वालामुखी फूटना तय है। तरुण चुग ने कहा कि टीआरएस सरकार को यह बताना चाहिए कि सरकारी विभागों में दो लाख रिक्तियों में से कितने भरे गए। उन्होंने आरोप लगाया कि केसीआर हर बेरोजगार युवा को 3,016 रुपये मासिक बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे से भी पीछे हट गए हैं।
उन्होंने कहा कि केसीआर ने हर घर के लिए नौकरी और एक सुनहरा तेलंगाना देने का वादा किया था, लेकिन राज्य में केवल उन्हीं के परिवार को फायदा हुआ है। यह कहते हुए कि भाजपा टीआरएस का एकमात्र विकल्प है, उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से लोगों के पास जाने और टीआरएस सरकार की विफलताओं को उजागर करने को कहा। विरोध कार्यक्रम में अभिनेत्री व राजनेत्री विजयाशांति, पूर्व मंत्री एटाला राजेंद्र और अन्य नेता शामिल हुए। इससे पहले, बंदी संजय की भूख हड़ताल पर तंज कसते हुए उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री के.टी. रामाराव ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता अवसरवादी राजनीति में लिप्त हैं, क्योंकि रोजगार देने में केंद्र की विफलता की बात लोगों को समझाने में असमर्थ हैं।
रामा राव टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता युवाओं को भड़काने में लगे हैं। वह शिक्षा व नौकरी मुद्दे से उनका ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं। राज्य भाजपा प्रमुख को लिखे खुले पत्र में मंत्री केटीआर ने दावा किया है कि राज्य सरकार ने वादे से अधिक नौकरियां दी हैं। उन्होंने बंदी संजय को नई दिल्ली के जंतर मंतर पर दीक्षा लेने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करने की सलाह दी कि राष्ट्रीय स्तर पर 15 लाख रिक्तियां क्यों लंबित हैं।
(आईएएनएस)