भाजपा को पसंद नही आया नीतीश मंत्रिमंडल, कहा, डरावने दिनों की वापसी तय
बिहार सियासत भाजपा को पसंद नही आया नीतीश मंत्रिमंडल, कहा, डरावने दिनों की वापसी तय
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में महागठबंधन सरकार में मंगलवार को हुआ पहला मंत्रिमंडल विस्तार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पसंद नहीं आया है। भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मंत्रिमंडल विस्तार में अति पिछड़े की उपेक्षा का आरोप लगाया है। वहीं पूर्व उप-मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल में बाहुबलियों की भरमार कर नीतीश कुमार ने बिहार में डरावने दिनों की वापसी सुनिश्चित कर दी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जायसवाल ने बिहार में नए बने सभी मंत्रियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरकार चुनावी घोषणाओं को जमीन पर उतारेगी। उन्होंने कहा कि बिहार बहुत तेजी से औद्योगिकरण की दिशा में बढ़ रहा था और यही एकमात्र जरिया है, जिससे बिहार को तेजी से तरक्की कराया जा सकता है। उम्मीद है कि यह दिशा ऐसे ही बढ़ती रहेगी। उन्होंने कहा कि 2020 में 6 अतिपिछड़े समाज के मंत्री बने थे जो अब 3 हो गये हैं। इधर, सुशील मोदी ने कहा कि सुरेन्द्र यादव, ललित यादव, रमाकांत यादव और कार्तिकेय कुमार जैसे विधायक मंत्री बनाये गए, जिनके नाम से इलाके में लोग कांपते हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इन लोगों पर आर्म्स एक्ट, यौन शोषण, हत्या के प्रयास और अपहरण जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। मोदी ने कहा कि नया मंत्रिमंडल पूरी तरह असंतुलित है। इसमें एम-वाइ समुदाय के 13 मंत्री ( 33 फीसद) हैं, जबकि कानू, तेली, कायस्थ, कलवार, कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज से एक भी मंत्री नहीं बनाया गया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन-2 में राजपूत और मैथिल ब्राह्मण मंत्रियों संख्या कम कर दी गयी। शेष जातियों को केवल प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व दिया गया है। कोइरी समाज के केवल दो मंत्री बनाये गए। मोदी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि इन सारी विसंगतियों के बावजूद लालू प्रसाद को धन्यवाद कि उन्होंने जनता का मनोरंजन करने के लिए बड़े पुत्र को भी मंत्री बनवा दिया।
(आईएएनएस)
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