भारत जोड़ो यात्रा सिर्फ एक स्टंट, हार के डर से चुनावों से बच रहे राहुल गांधी - भाजपा
राजनीति भारत जोड़ो यात्रा सिर्फ एक स्टंट, हार के डर से चुनावों से बच रहे राहुल गांधी - भाजपा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार और भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने के मकसद से भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हुए हैं, लेकिन भाजपा इसे सिर्फ एक स्टंट मानते हुए यह दावा कर रही है कि हार के डर से राहुल गांधी चुनावों से बच रहे हैं और यह यात्रा उन पर उल्टा ही असर करेगी।
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जहां एक तरफ राहुल गांधी लगातार अपने बयानों और ट्वीट के जरिए भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं वहीं भाजपा भी राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए यह कह रही है कि यह भारत जोड़ो नहीं भारत तोड़ो यात्रा है और राहुल गांधी को भारत जोड़ो से पहले अपनी पार्टी कांग्रेस को जोड़ने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि हताश और निराश होकर कांग्रेस के दिग्गज नेता एक-एक करके पार्टी छोड़ रहे हैं। भाजपा ने तो अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से बकायदा एक अभियान चला रखा है जिसके तहत पार्टी लगातार कांग्रेस की पिछली सरकारों की गलतियों को याद दिलाते हुए लोगों को यह समझाने का प्रयास करती है कि कांग्रेस का चरित्र हमेशा से ही भारत को जोड़ने का नहीं बल्कि तोड़ने का रहा है।
कांग्रेस के दावों और भाजपा के पलटवार के बीच सवाल यह खड़ा हो रहा है कि राहुल गांधी की इस भारत जोड़ो यात्रा का असर देश की राजनीति पर पड़ भी रहा है या नहीं ? क्या वाकई इस यात्रा के जरिए कांग्रेस को एकजुट कर राहुल गांधी भाजपा सरकार के लिए खतरा बन सकते हैं ? क्या कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनने के बावजूद यह यात्रा राहुल गांधी के राजनीतिक कद को इतना बढ़ा सकती है कि कांग्रेस के साथ-साथ समूचा विपक्ष उनके नेतृत्व को स्वीकार कर लें ?
आईएएनएस से बात करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने भारत जोड़ो यात्रा से जुड़े कांग्रेस के तमाम दावों को खारिज करते हुए कहा कि यह एक स्टंट के अलावा कुछ नहीं है और यह उन पर (राहुल गांधी ) उल्टा असर करेगा। राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि एक नेता वह होता है जो पहले अपनी पार्टी पर ध्यान केंद्रित कर उसे मजबूत बनाता है लेकिन कांग्रेस की स्थिति तो सब देख ही रहे हैं। नेतृत्व की कमी का आरोप लगाकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। जो नेता अपनी पार्टी को एकजुट नहीं कर पा रहा है वो भारत को कैसे एकजुट कर सकता है ?
सैयद जफर इस्लाम ने राहुल गांधी पर चुनाव से बचने का आरोप लगाते हुए यहां तक कहा कि एक नेता हमेशा फ्रंट से आकर नेतृत्व करता है लेकिन यहां यह साफ-साफ नजर आ रहा है कि हार के डर के कारण राहुल गांधी गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावों से बच रहे हैं। कांग्रेस की लगातार हार पर कटाक्ष करते हुए भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि राजनीति में प्रासंगिक बने रहने के लिए उन्हें चुनाव जीतना चाहिए नहीं तो उनकी अपनी पार्टी के नेता ही भारत को कांग्रेस मुक्त बना देंगे।
आपको याद दिला दें कि, हाल ही असम के खानपारा में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर तंज कसते हुए निशाना साधा था। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में उत्तर पूर्व में भारत को तोड़ने का प्रयास हो रहा था और कांग्रेस मूकदर्शक बन कर इसे चुपचाप देख रही थी। राहुल गांधी की यात्रा पर तंज कसते हुए शाह ने यह भी कहा था कि बिना कोई भाषण दिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को तोड़ने की इस प्रक्रिया को रोक कर भारत को जोड़ने का काम किया है और जिन लोगों को भारत को जोड़ना है उनके लिए उत्तर पूर्व के राज्यों में शांति और विकास एक उदाहरण है कि कैसे बिना कोई भाषण दिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को जोड़ने का काम किया।
इससे पहले अलग-अलग मौकों पर भाजपा नेता यह कहते भी नजर आएं कि यह विपक्षी दलों का अंदरूनी मसला है और इस यात्रा के जरिए राहुल गांधी अन्य विपक्षी दलों के नेताओं नीतीश कुमार , ममता बनर्जी, केसीआर और शरद पवार को यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कांग्रेस तो तमाम जगहों पर है, वो कहां हैं ? भाजपा इस यात्रा को भारत तोड़ो यात्रा और आग जलाओ आंदोलन भी करार दे चुकी है।
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