प्रधानमंत्री मोदी की स्कूल अपग्रेड योजना पर अरविंद केजरीवाल ने साधा निशाना, लिखा खत
शिक्षा सुधार प्रधानमंत्री मोदी की स्कूल अपग्रेड योजना पर अरविंद केजरीवाल ने साधा निशाना, लिखा खत
- स्कूलों को एक साथ ठीक करने का प्लान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शिक्षा सुधार को लेकर देश में लगातार आम आदमी पार्टी के सियासी कदम बढ़ रहे है। दिल्ली में गरीब लोगों को बेहतर शिक्षा सुधार व्यवस्था कर भारतीय मॉर्डन राजनीति के सुधारक नेता बने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का हालफिलहाल कोई तोड़ नजर नहीं आ रहा है। सरकारी स्कूलों में गरीब निर्धन परिवारों के बच्चों के बेहतर सुविधा और तकनीक से लैस वर्ल्ड क्लासरूम जैसी संपन्न सुविधा उपल्बध कराकर केजरीवाल ने मिशाल पेश की है। तभी तो सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले दिल्ली के गरीब विद्यार्थी आईटीआई और मेडीकल की परीक्षा में प्रवेश ले रहे है।
केजरीवार की मुफ्त बेहतरीन स्कूली शिक्षा के दावे को देखते हुए पीएम मोदी ने 14 हजार 500 स्कूल अपग्रेड करने की बात कही। केजरीवाल की देखी देखा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले चुनावों को देखते हुए ये ऐलान किया। पीएम की इस योजना पर केजरीवाल ने पलटवार करते हुए कहा पीएम मोदी पर निशाना साधा।
आप संयोजक केजरीवाल ने पीएम को चिट्ठी लिखकर कहा की प्रधानमंत्री जी देश में दस लाख स्कूल है। और आप 14 हजार 500 स्कूलों के अपग्रेड की बात कर रहे है। इस दर से देश के स्कूलों को सुधारने में 100 साल से अधिक का समय लग जाएगा, तो क्या अगले सौ साल भी हम दूसरे देशो से पीछे रह जाएंगे? देश के हर सरकारी स्कूल में शानदार शिक्षा की व्यवस्था के बिना हमारा देश विकसित देश नहीं बन सकता सीएम केजरीवाल ने पीएम से अनुरोध करते हुए कहा है कि देश के सभी 10 लाख स्कूलों को एक साथ ठीक करने का प्लान बनाया जाए।
केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा है 1947 में हमसें बहुत बड़ी गलती हुई। देश आजाद होते ही सबसे पहले हमें भारत के हर गांव और हर मोहल्ले में शानदार सरकारी स्कूल खोलने चाहिए थे। क्योंकि कोई भी देश बिना अच्छी शिक्षा के तरक्की नहीं कर सकता। अपने आजादी से समय ऐसा नहीं किया। दुख की बात तो ये है कि आजादी के अगले 75 साल भी हमने अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने पर ध्यान नहीं दिया। भारत को आब और वक्त बर्बाद नहीं करना चाहिए। स्कूलों को अब अपग्रेड और आधुनिक बनाने की बहुत जरूरत है।
ये अच्छी बात है कि केंद्र सरकार खराब सरकारी स्कूलों को ठीक करने की योजना बना रही है। जिन्हें अपग्रेड और आधुनिक बनाने की आवश्यकता है। दिल्ली सीएम ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि देश भर में रोज 27 करोड़ बच्चे स्कूल जाते हैं। इनमें लगभग 18 करोड़ बच्चे सरकारी स्कूल में जाते हैं। 80 फीसदी से ज्यादा सरकारी स्कूलों की स्थिति कबाड़खाने से भी ज्यादा खराब है। अगर करोड़ों बच्चों को हम ऐसी शिक्षा दे रहे हैं तो सोचिए भारत कैसे विकसित देश बनेगा? हर सरकारी स्कूल में शानदार शिक्षा की व्यवस्था के बिना हमारा देश विकसित देश नहीं बन सकता।