अजित पवार ने फिर बढ़ाया चाचा शरद पवार का टेंशन, पार्टी की अहम बैठक से किया किनारा, फिर दलबदल की अटकलों से गूंजे पार्टी के गलियारे
छोटे पवार से तंग बड़े पवार! अजित पवार ने फिर बढ़ाया चाचा शरद पवार का टेंशन, पार्टी की अहम बैठक से किया किनारा, फिर दलबदल की अटकलों से गूंजे पार्टी के गलियारे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र की सियासत इन दिनों उफान पर है। आए दिन महाविकास अघाड़ी गठबंधन के नेता किसी न किसी बहाने मौजूदा शिवेसना-बीजेपी सरकार पर तंज कसते रहते हैं लेकिन इन दिनों खुद ही गठबंधन वाली एनसीपी में टूट की स्थिति बनी हुई है। दरअसल, महाविकास अघाड़ी तीन मुख्य दलों का गठजोड़ है। जिसमें शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी हैं।
हाल ही में एनसीपी नेता अजित पवार का पीएम मोदी और बीजेपी के प्रति नर्म रुख देखा गया था। साथ ही अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स से पवार ने एनसीपी के सारे निशान मिटा दिए थे। जिसके बाद कयास लगाए जाने लगे थे कि कहीं भगवा रंग में रगने की तैयारी में तो अजित पवार नहीं हैं। लेकिन इन तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए उन्होंने साफ कर दिया था कि वो भाजपा में शामिल नहीं होंगे। हालांकि, इन सबके बावजूद एक बार फिर एनसीपी नेता अजित पवार ने पार्टी की बैठक में शामिल न हो कर फिर से अटकलों को हवा दे दी है। जिस पर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है कि आखिर छोटे पवार के मन में चल क्या रहा है।
पार्टी बैठक में नहीं होंगे शामिल
एनसीपी नेता अजित पवार ने पार्टी के कार्यक्रम में यह कहकर जाने से माना कर दिया कि, पहले से ही कई कार्यक्रमों और रैलियों को संबोधित करना है। जो पहले से तय हैं अब उसे निरस्त नहीं किया जा सकता है। इसलिए आने वाले दिनों में जो मुबंई में पार्टी कार्यक्रम की बैठक होने वाली है उसमें शामिल नहीं हो पाऊंगा। पवार ने कहा, दो जगहों पर एक आदमी कैसे एक तय समय सीमा पर जा सकता है इसलिए मैं शामिल नहीं हो रहा हूं इसे लेकर किसी भी तरह की कोई संदेह करने की जरूरत नहीं है। वहीं मुबंई में पार्टी बैठक को एनसीपी सुप्रामो शरद पवार संबोधित करने वाले हैं जिनमें पार्टी को आगामी चुनाव को लेकर मजबूत करने की रणनीति बनाई जाने वाली है।
पवार के बयान पर एनसीपी का जवाब
अजित पावर के इस बयान पर एनसीपी की ओर से आधिकारिक तौर पर बयान सामने आया है और पार्टी की ओर से कहा गया है कि, पवार हमें छोड़ने के बार में सोच नहीं रहे हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, एनसीपी प्रवक्ता क्लाइड क्रास्टो ने पवार मामले पर कहा, अजित पवार पार्टी के लिए वफदार हैं उनके कई कार्यक्रम पहले से ही पुणे में तय थे। अगर कोई नेता किसी बैठक में शरीक नहीं होता है तो ये मतलब तो नहीं कि वो पार्टी छोड़ ही रहा है। इन तमाम अटकलों पर विराम लगना चाहिए।
अजित पवार का बीजेपी के लिए मन बदला?
वहीं अजित पवार को लेकर राजनीतिक गलियारों में ये चर्चाएं शुरू हो गई है कि वो जल्द ही एनसीपी का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। आपको बता दें कि, इस चिंगारी की आग इफ्तार पार्टी के दौरान लगी थी। हाल के दिनों में पवार एक इफ्तार पार्टी में गए हुए थे जहां कांग्रेस और एनसीपी समेत कई वरिष्ठ नेता थे। जहां पर पवार ने खुलेतौर पर पीएम मोदी की तारीफ कर दी थी। पवार ने कहा था कि मोदी जी की पढ़ाई लिखाई कितनी हुई है इससे किसी को मतलब नहीं है ये आप देखें कि उनके नेतृत्व में पार्टी कितना बेहतर प्रदर्शन कर रही है। बस इसी बयान के बाद ये आवाज उठने लगी कि अजित पवार का मन बदल रहा है और पार्टी के कुछ विधायकों के साथ वो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। कुछ खबरें ऐसी भी आ रहीं थी कि अजित पवार ने बीजेपी नेता और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकत की है।