पंजाब में मिली हार के बाद, नवजोत सिंह सिद्धू ने अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा
करारी हार के बाद गाज गिरनी शुरू पंजाब में मिली हार के बाद, नवजोत सिंह सिद्धू ने अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, अमृतसर। पांच राज्यों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस ने कड़े फैसले लेना शुरू कर दिया, सबसे पहले राज्यों के पार्टी प्रमुखों पर गाज गिरी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने सख्त फैसले लेते हुए राज्यों के अध्यक्षों से इस्तीफा मांगा। इसके बाद इस्तीफों की झड़ी लग गई, इसी सिलसिले में पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने पद से इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष को भेज दिया। इसकी जानकारी नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने ट्विटर हैंडल से दी। सिद्धू ने लिखा, "कांग्रेस अध्यक्ष की इच्छा के मुताबिक मैं पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं।"
As desired by the Congress President I have sent my resignation … pic.twitter.com/Xq2Ne1SyjJ
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) March 16, 2022
आपको बता दें वरिष्ठ राजनीतिज्ञ सिद्धू आप की आंधी में अपनी सीट तक नहीं बचा पाए थे। वह अमृतसर ईस्ट से चुनावी मैदान में थे।
यूपी और उत्तरखंड के अध्यक्षों ने भी दिया इस्तीफा
राष्ट्रिय अध्यक्ष के हुक्म के बाद सिद्धू के अलावा उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल और यूपी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया । गणेश गोदियाल ने कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपना त्याग पत्र पार्टी अध्यक्ष को सौंप दिया है।
उधर लल्लू ने ट्वीट किया, ""विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं। मेरे जैसे सामान्य कार्यकर्ता पर भरोसा जताने के लिए शीर्ष नेतृत्व का आभार। कार्यकर्ता के तौर पर आम आदमी के अधिकारों की लड़ाई लड़ता रहूंगा।""
सोनिया गांधी ने मांगा था इस्तीफा
आपको बता दें, पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की शर्मनाक हार के बाद कांग्रेस की कार्यकारिणी बैठक हुई थी, जिसके बाद एक्शन का दौर शुरू हो गया है। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पांचों राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफे की मांग की थी। कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने बताया था कि इन राज्यों में संगठन के पुनर्गठन के लिए पीसीसी अध्यक्षों से पद छोड़ने को कहा गया है।