मानसून सत्र: संसद से अधीर रंजन चौधरी के निलंबन पर कांग्रेस की बड़ी बैठक, सोनिया गांधी के नेतृत्व में होगी मीटिंग
- सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेसी सांसदों की बैठक
- अधीर रंजन लोकसभा से हुए निलंबित
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के निलंबन पर चर्चा के लिए सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज सुबह 10.30 बजे कांग्रेस के लोकसभा सांसदों की बैठक बुलाई है। ये बैठक संसद स्थित सीपीपी कार्यालय में बुलाई गई है। बीते दिन अधीर रंजन चौधरी ने अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में अपनी बात रखी थी। जिसमें उन्होंने पीएम मोदी को लेकर असंसदीय टिप्पणी कर थी। जिसको देखते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने अधीर रंजन को निलंबित करने के लिए प्रस्ताव पेश किया गया था। जिसे संसद में स्वीकार कर लिया गया था।
बीजेपी सांसद प्रल्हाद जोशी ने अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ प्रस्ताव पेश करते हुए कहा था कि, यह अब उनकी आदत बन गई है। बार-बार चेतावनी मिलने के बाद भी उन्होंने खुद में सुधार नहीं किया। वह अपनी बहसों में हमेशा बेबुनियाद आरोप लगाते हैं। वह देश और उसकी छवि को धूमिल करते हैं और कभी माफी नहीं मांगते।
अधीर की क्यों हुए निलंबित?
अधीर रंजन चौधरी कल यानी 10 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव पर अपनी बात लोकसभा में रखी थी। जिसमें उन्होंने मणिपुर मामले में जमकर सरकार को घेरा था। अधीर ने अपने भाषण में कहा था कि, मणिपुर में करीब तीन महीने से आग लगी हुई है। महिलाओं के साथ क्या हो रहा है पूरा देश और दुनिया देख रहा है। हमने देखा कि कैसे दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड निकाली गई। इस घटना से पूरा देश शर्मसार हुआ लेकिन केंद्र और राज्य सरकार इस मर मौन साधी हुई हैं। मणिपुर में चिरहरण हुआ है। जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नीरव मोदी की तरह चुप्पी साधे हुए बैठे हैं। भगोड़ा नीरव मोदी से तुलना किए जाने पर बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेताओं ने तुरंत अधीर के बयान पर आपत्ति जताई और माफी मांगने को कहा था। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष के इसी बयान को लेकर प्रल्हाद जोशी ने सदन में निलंबन का प्रस्ताव रखा था जिसे स्वीकर कर अधीर को निलंबित कर दिया गया। अब इसी मामले में कांग्रेस सांसदों की मीटिंग होने जा रही है। जिसका नेतृत्व खुद सोनिया गांधी करने वाली हैं।
निलंबन पर क्या बोले अधीर?
लोकसभा से निलंबन के बाद अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा था मैंने पीएम मोदी का अपमान नहीं किया है। मोदी जी हर बात पर बोलते हैं लेकिन मणिपुर मुद्दे पर वह 'नीरव' बैठे हैं, जिसका मतलब 'चुप बैठना' है। मेरा इरादा पीएम मोदी का अपमान करने का नहीं था। पीएम मोदी को ऐसा नहीं लगा कि उनका अपमान किया गया है, उनके दरबारियों (दरबारी) को ऐसा लगा और उन्होंने मेरे खिलाफ यह प्रस्ताव लाया। मुझे पता चला कि (मामला) विशेषाधिकार समिति को भेजा गया है और मुझे निलंबित कर दिया गया है।