एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी: उपराज्यपाल ने दिया चुनाव कराने का आदेश, तो भड़के मनीष सिसोदिया, कहा - ' रात के 10 बजे ऐसी कौन सी आफत आ गई?'
- दिल्ली राज्यपाल वीके सक्सेना ने दिया गुरुवार को ही चुनाव कराने का आदेश
- आप नेता मनीष सिसोदिया ने उठाए सवाल
- बताया संविधान की हत्या
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य के चुनाव पर सियासत गरमा गई है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने गुरुवार को ही चुनाव कराने का आदेश दिया। जिस पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के आदेश पर बीजेपी दिल्ली एमसीडी में लोकतंत्र की हत्या कर कर रही है। सभी पार्षद अपने घर जा चुके हैं तो ऐसी क्या इमरजेंसी आ गई कि रात 10 बजे चुनाव कराने की नौबत आ गई।
'रात में चुनाव कराने का क्या मतलब'
उपराज्यपाल का आदेश आने के बाद सिसादिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने कहा, "स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में आज पूरे दिन हंगामा चलता रहा, कई बार सदन को स्थगित करना पड़ा। मेयर ने तय किया कि फाइनली पांच अक्टूबर को एमसीडी स्टैंडिग कमेटी का चुनाव होगा और सदन स्थगित कर दिया गया। कई पार्षद बाहर चले गए होंगे। शाम आठ बजे एलजी ने कमिश्नर को चिट्ठी लिखी कि डेढ़ घंटे में चुनाव पूरा कराया जाए। तुरंत कराया जाए रात 10 बजे तक।"
आप नेता ने आगे कहा, "मेयर कह रही हैं कि अगली बैठक 5 को होगी। पार्षद जा चुके हैं लेकिन एलजी साहब जो अमेरिका या पता नहीं कहां बैठे हैं। वो आदेश दे रहें कि रात में चुनाव करवा दो। इसका क्या मतलब है?"
'यह संविधान की हत्या'
सिसोदिया ने बीजेपी पर संविधान की हत्या का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "मुझे पता चला कि बहुत सारे पार्षद बाहर हैं। कैसे पहुंचेगें? क्या मकसद है बीजेपी का? इस समय जब आम आदमी पार्टी के पार्षद, कांग्रेस के पार्षद जा चुके हैं, लेकिन बीजेपी के पार्षद वहीं टिके हुए हैं। सारे सांसद सभी पदाधिकारी वहीं बैठे हैं। यह तो संविधान की हत्या है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव का जिक्र करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "चंडीगढ़ में बीजेपी की बेशर्मी पकड़ी गई थी। वही बीजेपी यहां दिल्ली में कर रही है। अगर शर्म है तो यह चिट्ठी वापस लीजिए। बीजेपी से उम्मीद नहीं हैं लेकिन थोड़ा सम्मान करिए।"