हेल्थ अपडेट: PM मोदी ने मल्लिकार्जुन खरगे को फोन कर जाना हाल, जम्मू कश्मीर में चुनावी सभा को संबोधित करते समय बिगड़ी थी सेहत
- पीएम मोदी ने खरगे को फोन कर जाना हाल
- जम्मू कश्मीर में चुनावी रैली में खरगे की बिगड़ी थी तबीयत
- सेहत में सुधार के बाद खरगे ने दिया बयान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में रविवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन एक चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे थे। इस दौरान स्टेज से भाषण देते समय अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खरगे से फोन पर बातचीत करके उनके स्वास्थ्य के बारे में हाल चाल जाना है।
बता दें, जम्मू कश्मीर के जसरोटा में आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान स्टेज पर अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी। फिर उन्हें बोलते समय बेचैनी महसूस होने लगी। इसके बाद उन्हें चक्कर आ गए। स्टेज पर उन्हें असंतुलित होता देख कांग्रेस के अन्य नेताओं ने कुर्सी पर बैठाया। फिर खरगे को कमरे में आराम करने के लिए पहुंचाया। इसके बाद डॉक्टरो ने उनकी जांच की।
मल्लिकार्जुन ने कही ये बात
स्वास्थ्य में थोड़ा सुधार होने के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने दूसरी चुनावी सभा को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था, "मैं बात करना चाहता था. लेकिन चक्कर आने के कारण मैं बैठ गया हूं। कृपया मुझे माफ करें. वे (भाजपा) हमें आतंकित करने की कोशिश कर रहे हैं। वे पाकिस्तान की बात करते हैं। हम नहीं डरते। बांग्लादेश को किसने आजाद कराया? इंदिरा गांधी ने ऐसा किया। ‘जय जवान जय किसान’ का नारा हमने दिया था। पाकिस्तान को हमने हराया। लाल बहादुर शास्त्री (की सरकार) ने उसे हराया। यह कांग्रेस है।"
इसके बाद खरगे ने आगे कहा था, "मैं राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ेंगे। कुछ भी हो, हम इसे छोड़ने वाले नहीं हैं। मैं 83 साल का हो गया हूं, मैं इतनी जल्दी मरने वाला नहीं हूं। जब तक (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी को सत्ता से नहीं हटाएंगे तब तक मैं जिंदा ही रहूंगा। आपकी बात सुनूंगा। आपके लिए लडूंगा।"
भाजपा सरकार पर साधा निशाना
इसके अलावा खरगे ने भाजपा सरकार पर जम्मू कश्मीर को रिमोट कंट्रोल के जरिए चलाने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा, "ये लोग कभी चुनाव नहीं कराना चाहते थे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद ही चुनाव की तैयारी शुरू की। खरगे ने आरोप लगाया, मोदी जी जम्मू कश्मीर के युवाओं के भविष्य को लेकर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। 45 सालों में सबसे अधिक बेरोजगारी दर मोदी जी के कार्यकाल में है।