तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023: पिता ने चलाया रिक्शा, माता ने ढ़ोई ईंटें जानिए बीएसपी प्रत्याशी उषा की संघर्ष भरी कहानी, जनता का दिल जीतना चाहती हैं आईआईटी इंजीनियर
- पेद्दापल्ली विधानसभा सीट से बीएसपी उम्मीदवार दसारी उषा
- हर घर से मांग रही वोट के साथ नोट
- बहुजन समाज के लोग अपनी ताकत को पहचानें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तेलंगाना विधानसभा चुनाव में पेद्दापल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही बीएसपी की उम्मीदवार दसारी उषा सुर्खियों में है। उषा अपने तरीके से नए अंदाज में चुनाव में चर्चा का विषय बनी हुई है। एक तरफ उनके सामने लाखों खर्च करने वाले प्रत्याशी है, वहीं उषा मतदाताओं से नोट और वोट दोनों ही मांग रही है। 27 वर्षीय उषा का कहना है कि वह अब अपने गरीब पीड़ित समाज के लोगों के लिए काम करना चाहती हैं। अभिवादन में उषा ‘जय भीम- जय फुले’ के नारे लगाती है।बीएसपी प्रत्याशी का कहना है बहुजन समाज के लोग अपनी ताकत को पहचानें। और बसपा की मुखिया मायावती प्रधानमंत्री बनें।
माता-पिता ने अंतरजातीय विवाह किया
उषा के पिता बी हनुमैय्या बैकवर्ड क्लास की पदमशाली जाति से आते हैं, जबकि उनकी माता बढेरा जाति से आती है। दोनों ने अंतरजातीय विवाह किया। जिसका गांव वालों ने विरोध किया। और पूरे गांव ने मिलकर उनका सामाजिक बहिष्कार किया। उषा के पिता बहिष्कार के बाद से गांव से अलग दूर झोंपड़ी में रहने लगे और वहीं रिक्शा चलाकर अपने परिवार का जीवन यापन करने लगे। इस दौरान उनकी माता ने ईंट भट्ठे पर ईट बनाने और ढोने का काम किया। उषा ने कड़ी मेहनत कर आईआईटी खड़गपुर से बीटेक की पढ़ाई पूरी की। बड़ी बहन आईआईटी धनबाद से एमएससी है और अब अमेरिका में हैं। छोटा भाई भी एमबीए करने के बाद अमेरिका में ही नौकरी कर रहा है।
आईआईटी खड़गपुर से बीटेक करने वाली उषा बीएसपी से कैंडिडेट
आपको बता दें आईआईटी खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने वाली उषा बीएसपी से कैंडिडेट है। पेशे ने इंजीनियर उषा की राजनीति में दिलचस्पी तब जागी जब उन्होंने दिल्ली में सिविल सेवा की तैयारी शुरू की, कोविड में लॉकडाउन लगने से वो अपने घर वापस आ गई । यहीं से उन्होंने राजनीति की शुरुआत की। दो साल क्षेत्र में रहकर वह बीएसपी के लिए काम कर रही है। बीएसपी से चुनावी मैदान में उतरी उषा का कहना है कि प्रतिद्वंदी उन्हें पैसे से हराना चाहते है। मैं जनता का दिल जीतना चाहती हूं। सामने वाले विरोधी प्रत्याशी चुनाव में खूब पैसा खर्च कर रहे हैं। में हर घर से वोट के साथ नोट भी मांग रही हूं। ताकि सभी मतदाताओं को ये चुनाव अपना लगे। वोटर्स को ऐसा नहीं लगे कि उनकी वोट को कोई खरीद लेगा बल्कि उनके अहसास हो कि उनका छोटा सा योगदान बड़ा काम कर सकता है।