भारत रत्न सम्मान: आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा पर जयराम रमेश का बड़ा बयान, पुरानी घटनाएं याद दिलाकर पीएम मोदी पर साधा निशाना
- आडवाणी को भारत रत्न मिलने पर कांग्रेस नेता ने दी प्रतिक्रिया
- पुरानी घटनाएं याद दिलाकर पीएम मोदी पर किया कटाक्ष
- अटल बिहारी बाजपेयी का भी किया जिक्र
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भाजपा के दिग्गज नेता और देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा हुई है। इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने सरकार के इस फैसले पर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वो जब लाल कृष्ण आडवाणी और पीएम मोदी को देखता हूं तो दो घटनाएं याद आती हैं। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि वो आडवाणी जी ही थे जिन्होंने 10 साल पहले नरेंद्र मोदी को एक अच्छा इवेंट मैनेजर बताया था।
इसके साथ ही उन्होंने आडवाणी को दिए देश के सर्वोच्च सम्मान पर व्यंग्य करते हुए दूसरी घटना का भी जिक्र किया, जो कि साल 2002 की थी। उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे।
जयराम रमेश ने कहा, पहली घटना साल 2002 की है जब लाल कृष्ण आडवाणी ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की कुर्सी छिनने से बचाया था। तब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी मोदी को सीएम पद से हटाना चाहते थे।
जयराम ने इस घटना पर अपना रिएक्शन देते हुए कहा, ''किसी को याद होगा कि वाजपेयी जी ने मोदी जी को राजधर्म की याद दिलाई थी। उस वक्त अगर कोई नरेंद्र मोदी (वर्तमान प्रधाानमंत्री) के साथ खड़ा था तो वो लाल कृष्ण आडवाणी थे।"
वहीं दूसरी घटना का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि 2014 में नामांकन पत्र भरने के आडवाणी ने कहा था कि नरेंद्र मोदी मेरे शिष्य या शागिर्द नहीं हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 5 अप्रैल, 2014 को गांधी नगर, गुजरात में बीजेपी नेता आडवाणी ने कहा था कि वो (पीएम मोदी) बेहद कुशल और शानदार कार्यक्रम प्रबंधक हैं।
बता दें कि आडवाणी को भारत रत्न से नवाजे जाने की घोषणा खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने दी थी। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट ट्वीट कर कहा कि उन्हें यह बात शेयर करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मैंने उनसे बात की और उन्हें बधाई दी। आडवाणी हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक हैं और भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है।'