ब्रिटेन में बच्चों को मारने वाली नर्स को पकड़वाने में भारतीय मूल के डॉक्टर ने निभाई अहम भूमिका
- हत्यारिन नर्स को सोमवार को कोर्ट में सुनाई जाएगी सजा
- बच्चों को मारने में अपनाए अलग अलग तरीके
- जांच के दौरान घर से मिले डायरी नोट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिटेन में सात बच्चों की हत्यारी नर्स को पकड़वाने में भारतीय मूल के डॉक्टर रवि जयराम ने अहम रोल निभाया। डॉ रवि जयराम ने सबसे पहले हत्यारी नर्स पर शक किया और उसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की। ब्रिटेन की एक अदालत ने शुक्रवार को नर्स को सात नवजात बच्चों की हत्या और छह की हत्या के प्रयास के मामले में दोषी ठहराया है। कोर्ट में सोमवार को सजा सुनाई जाएगी। फैसले के बाद जयराम ने आईटीवी न्यूज को जानकारी दी। चेशायर कांस्टेबुलरी में जासूस अधीक्षक पॉल ह्यूजेस ने आईटीवी न्यूज को बताया कि हत्यारे को पकड़वाने में जयराम और उनके सहयोगी स्टीफन ब्रेरी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
33 वर्षीय नर्स लूसी लेटबी उत्तरी ब्रिटेन के चेस्टर स्थित काउंटेस ऑफ चेस्टर हॉस्पिटल में नर्स का कार्य करती है, उसे सात नवजात बच्चों की हत्या और छह की हत्या के प्रयास के मामले में दोषी ठहराया है,नर्स लूसी को पड़वाने में अहम रोल निभाने वाले डॉ.जयराम ने मीडिया को बताया कि मेरा मानना है कि मारे गए बच्चों में से तीन या चार बच्चे आज स्कूल जा रहे होते। डॉ रवि ने बताया कि जब जून 2015 में तीन नवजात बच्चों की मौत हुई तो उन्होंने इसे लेकर चिंता जाहिर की थी। बाद में और बच्चों की मौत हुई तो वरिष्ठ चिकित्सक, अस्पताल प्रशासन और प्रबंधन ने मिलकर अपनी चिंता जाहिर की।
डॉ. जयराम ने बताया कि अप्रैल 2017 में नेशनल हेल्थ सर्विस ट्रस्ट ने हमें पुलिस से इस मामले में मिलने की अनुमति दे दी। हमने पूरी बात पुलिस को बताई,पुलिस ने नर्स लूटबी को 2018 में गिरफ्तार किया गया,पुलिस ने जांच के दौरान जब नर्स लूसी लेटबी से पूछताछ की, तब शुरू में नर्स आनाकानी करती रही, बाद में पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो वह सब निगल पड़ी। पुलिस पूछताछ में पता चला कि नर्स ने बच्चों की मारने के लिए अलग अलग तरीके इस्तेमाल किए। नवंबर 2020 में उस पर आरोप तय किए गए। जांच के दौरान 2018 में लेटबी की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस को उसके घर से एक पोस्ट-इट नोट भी मिला, जिसमें लिखा था: "मैं दुष्ट हूं, मैंने यह किया" और "मैंने जानबूझकर उन्हें मार डाला, क्योंकि मैं बहुत अच्छी नहीं हूं। मैं एक भयानक दुष्ट व्यक्ति हूं ,और तुम यहां नहीं हो, मैं उसके लिए माफी मांगती हूं।' साथ ही एक नोट में लूसी ने लिखा कि 'मैं उनकी देखभाल करने के लायक नहीं हूं इसलिए मैंने बच्चों को मार डाला।' ये नोट भी जांच में अहम साबित हुए।
खबरों के मुताबिक काउंटेस ऑफ चेस्टर अस्पताल में साल 2015 से 2016 के बीच 13 नवजात बच्चों की हालत बिगड़ी, जिनमें से सात की मौत हो गई और छह की बड़ी मुश्किल से जान बच सकी। जांच में पता चला कि नवजात बच्चों के वार्ड में बतौर नर्स तैनात लूसी लेटबी ने बच्चों को मारने के लिए उन्हें इंसुलिन के इंजेक्शन दिए, उनके पेट में ज्यादा हवा भर दी, उन्हें दूध की ओवरडोज दी गई, जैसे तरीके अपनाए गए।बच्चों को मारने के बाद लूटी बच्चों की मौतो के प्राकृतिक रूप से हुई मौतों के रूप में बताती। लेकिन जब जब वार्ड में बच्चों की मौत हुए तब लूसी की ड्यूटी रहती थी।जिसके चलते डॉक्टरों का उसका लूसी पर शक हुआ।