भारत नए उन्नत ई-पासपोर्ट सहित दूसरे पीएसपी चरण की शुरुआत करेगा : जयशंकर

  • विश्वसनीय, सुलभ, पारदर्शी और कुशल
  • पीएसपी-संस्करण 2.0 का दूसरा चरण

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-25 07:16 GMT
New Delhi: External Affairs Minister S Jaishankar addresses a press conference on the completion of nine years of the PM Narendra Modi government, in New Delhi, on Thursday, June 08, 2023. (Photo: IANS/Twitter)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा कि भारत जल्द ही पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम (पीएसपी-संस्करण 2.0) का दूसरा चरण शुरू करेगा, जिसमें नए और उन्नत ई-पासपोर्ट शामिल हैं।

पासपोर्ट सेवा दिवस पर एक संदेश में उन्होंने कहा, पासपोर्ट सेवा दिवस 2023 के अवसर पर भारत और विदेश में हमारे सभी पासपोर्ट जारी करने वाले अधिकारियों और केंद्रीय पासपोर्ट संगठन के हमारे सहयोगियों को सम्मानित करना मेरे लिए खुशी की बात है। 1967 में जब पासपोर्ट अधिनियम लागू हुआ, तो जो हासिल हुआ, उसका जायजा लेने और पासपोर्ट सेवाओं के वितरण में उच्चतम मानकों को प्राप्त करने के लिए प्रयास करने के हमारे संकल्प की पुष्टि करने का भी एक अवसर है।

जयशंकर ने कहा कि उन्हें खुशी है कि कोविड-19 महामारी के बाद मंत्रालय ने दैनिक नियुक्तियों की संख्या बढ़ाकर और सप्ताहांत में विशेष अभियान आयोजित करके पासपोर्ट संबंधी सेवाओं की मांग में वृद्धि की चुनौती को पूरा किया और रिकॉर्ड 13.32 मिलियन पासपोर्ट संसाधित किए और 2022 में विविध सेवाएं वर्ष 2021 से 63 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती हैं। उन्होंने कहा, हम जल्द ही नए और उन्नत ई-पासपोर्ट सहित पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम (पीएसपी) संस्करण 2.0 शुरू करेंगे। नागरिकों के लिए जीवन को आसान बनाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप यह पहल एक नए प्रतिमान की शुरुआत करेगी।

उन्होंने कहा कि इस ईज का अर्थ है ई : डिजिटल इको-सिस्टम का उपयोग करके नागरिकों के लिए उन्नत पासपोर्ट सेवाएं, ए : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-संचालित सेवा वितरण, एस : चिप-सक्षम ई-का उपयोग करके आसान विदेशी यात्रा। पासपोर्ट, और ई : उन्नत डेटा सुरक्षा। जयशंकर ने यह भी कहा कि एमपासपोर्ट सेवा मोबाइल ऐप, एमपासपोर्ट पुलिस ऐप, डिजीलॉकर के साथ पीएसपी का एकीकरण और कहीं से भी आवेदन करें योजना जैसे मील के पत्थर के साथ पीएसपी ने सरकार के डिजिटल इंडिया लक्ष्य की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

उन्होंने कहा कि 2014 में देश में 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीएसके) थे, जबकि आज यह संख्या 7 गुना बढ़कर 523 हो गई है। जयशंकर ने कहा, पीओपीएसकेएस के संदर्भ में मैं सम्मानित साझेदार के रूप में डाक विभाग और राज्य पुलिस अधिकारियों की भूमिका को स्वीकार करना चाहूंगा। यह देखते हुए कि वह कई राज्यों में पीएसके का दौरा कर रहे हैं, उन्होंने कहा : इसी तरह के दौरे मेरे मंत्रिमंडलीय सहयोगियों और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी किए गए थे। इन दौरों ने हमें नीति और परिचालन शासन के स्तरों के बीच एक अनुरूपता बनाने में सक्षम बनाया है। भविष्य में भी इस तरह के प्रयासों में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने भारत और विदेश में सभी पासपोर्ट जारी करने वाले अधिकारियों से नागरिकों को समय पर, विश्वसनीय, सुलभ, पारदर्शी और कुशलतरीके से पासपोर्ट और संबंधित सेवाएं प्रदान करने की प्रतिज्ञा को नवीनीकृत करने में शामिल होने का भी आह्वान किया।

आईएएनएस

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