खुलासा: राहुल गांधी को दिए इंटरव्यू में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कई मुद्दों पर रखी अपनी बात, पुलवामा हमले को लेकर कहा,' मैं यह तो नहीं कहता कि इन्होंने, मगर.....

  • अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां सत्ता की चाबी पाने के लिए चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं
  • इस बीच कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और नेता राहुल गांधी ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का इंटरव्यू लिया है

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-25 14:57 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगान समेत पांच राज्यों में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। राजनीतिक पार्टियां सत्ता की चाबी पाने के लिए चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं। इस बीच कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और नेता राहुल गांधी ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का इंटरव्यू लिया है। इस दौरान पूर्व राज्यपाल ने राहुल गांधी की तरफ से पूछे गए कई सवालों का जवाब दिया। उन्होंने देश में हुए पुलवामा हमले अडानी- हिंडनबर्ग और किसान आंदोलन जैसे मसलों पर खुलकर अपनी बात रखी। इसके साथ ही केंद्र की मोदी सरकार को भी आड़े हाथों लिया।

राहुल गांधी ने पूर्व राज्यपाल से हुई बातचीत का वीडियो अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भी अपलोड किया है। उन्होंने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, " क्या ये संवाद ED_CBI की भाग दौड़ बढ़ा देगा?" इंटरव्यू में बातचीत करते हुए सत्यपाल ने कहा, "मैं लिखकर देता हूं कि अगले साल के लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार की सत्ता में वापसी नहीं होगी।"

जम्मू कश्मीर पर बोले सत्यपाल मलिक

इंटरव्यू में राहुल गांधी ने सत्यपाल मालिक से उनके उस कार्यकाल के बारे में भी पूछा, जब वह जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे। उन्होंने पूछा कि जब आप जम्मू- कश्मीर में थे तो वहां के हालात काफी गंभीर थे। इस पर आप क्या कहना चाहेंगे ? सत्यपाल ने जवाब दिया कि जम्मू कश्मीर में हालातों को जबरदस्ती या सेना के बलपूर्वक तरीकों से सही नहीं किया जा सकता है। यहां पर लोगों को अपने पक्ष में लेकर आप कुछ भी करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि विवादों को हल करने के लिए इसे वापस राज्य का दर्जा देना जरूरी है।

सत्यपाल ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर को केंद्र सरकार की तरफ से दिए गए केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा देने के पीछे यह वजह हो सकती है कि उन्हें डर था कि कहीं पुलिस विद्रोह ना कर दें। हालांकि, पुलिस तो सरकार के प्रति कर्तव्यनिष्ठ है। यहां पुलिस ने ईद के महीने में छुट्टी तक नहीं ली। इसलिए यहां चुनाव राज्य का दर्जा देने के बाद कराने चाहिए।

इस बीच, राहुल गांधी ने भी जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा मिलने पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मुझे भी यही लगता है कि राज्य का दर्जा छीने जाने पर स्थानीय लोग निराश हैं। इस पर सत्यपाल ने जवाब दिया, "जब राज्यपाल के कार्यकाल के दौरान मैनें केंद्र सरकार को दर्जा देने की बात कहीं तो उन्होंने सब ठीक बोल कर बात को टाल दिया।"

पुलवामा हमले का किया जिक्र

राहुल गांधी से बातचीत करते हुए सत्यपाल ने पुलवामा हमलों को लेकर केंद्र सरकार भी केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, "मैं यह तो नहीं कहता कि इन्होंने (केंद्र सरकार) ने कराया, लेकिन पुलवामा में इन्होंने नजरअंदाज किया और फिर इसका राजनीतिक इस्तेमाल किया। ऐसा इसलिए बोल रहा क्योंकि इनकी स्पीच है। इसमें ये बोल रहे हैं कि वोट देने जाओ तो पुलवामा की शाहदत को याद रखना।"

इस बात पर आगे राहुल गांधी ने कहा कि, ''मैंने पुलवामा के बारे में सुना तो पता लगा कि शहीद एयरपोर्ट आ रहे हैं तो मुझे मेरे सिक्योरिटी वाले ने कहा कि आप एयरपोर्ट मत जाओ, लेकिन मैंने कहा कि मैं जा रहा हूं। मुझे एयरपोर्ट पर कमरे में बंद कर दिया गया। शहीद आए हुए थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे हैं। मैं लड़कर कमरे से निकला तो लगा तो कि पूरा शो बनाया जा रहा है।'' इसके बाद सत्यपाल ने कहा कि क्योंकि प्रधानमंत्री को श्रीनगर पहुंचना था।

पुलावामा में शहीद हुए जवानों पर सत्यपाल ने कहा कि पुलवामा हमले में सीआपरपीएफ के जवान के शहीद होने की वजह उनकी तरफ से पांच एयरक्राफ्ट मांगना था। जवानों के लिए एयरक्राफ्ट की एप्लीकेशन गृह मंत्रालय में चार महीने तक पड़ी रही। फिर कुछ समय बाद गृह मंत्रालय ने एप्लीकेशन को खारिज कर दिया। यह वजह थी की उन लोगों की सड़क हमले में मौत हो गई। पूर्व राज्यपाल ने यह भी कहा कि पाकिस्तान से पुलवामा हमले में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटक पदार्थ लाया गया था।

सत्यपाल ने केंद्र की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मणिपुर में सरकार अपना शासन चलाने में असफल रही है। साथ ही, नार्थ ईस्ट में अशांति ला दी। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि बीजेपी को प्रचार करना चाहिए, "हम इनसे कैसे अलग हैं।"

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