हरियाणा हिंसा, जयपुर एक्सप्रेस में 4 लोगों की हत्या सत्ता के लालच में नफरत फैलाने का नतीजा : खड़गे
- नूंह हिंसा और जयपुर एक्सप्रेस हत्याकांड पर बोले कांग्रेस अध्यक्ष
- यह सत्ता के लालच में नफरत फैलाने का नतीजा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा और जयपुर एक्सप्रेस में आरपीएफ कांस्टेबल द्वारा अपने वरिष्ठ समेत चार लोगों की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि यह भारतीय सभ्यता की नींव पर आघात है और यह
खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, ''21वीं सदी के भारत में धर्म के नाम पर फैलाई जा रही हिंसा हमारी सभ्यता की नींव - सर्वधर्म समभाव - पर आघात है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।” राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, “हरियाणा के कुछ हिस्सों में जो हो रहा है या आरपीएफ कांस्टेबल ने जो किया, वह भारत माता के दिल पर गहरे घाव देने जैसा है। आजकल समाज में सामाजिक ताने-बाने के विघटन की जो प्रवृत्ति देखी जा रही है, वह सत्ता के लालच में फैलाई जा रही नफरत का ही परिणाम है। जनता में द्वेष का जहर घोलना और उन्हें आपस में लड़ाना हमारे संविधान का मजाक उड़ाने जैसा है।“
उन्होंने कहा, ''ऐसी घटनाएं कमजोर कानून-व्यवस्था की स्थिति और हमारी कमजोर संवैधानिक संस्थाओं पर गंभीर सवाल उठाती हैं। अगर आज हम एकजुट होकर इन विभाजनकारी तत्वों के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे तो आने वाली पीढ़ियों को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। कांग्रेस पार्टी सभी से शांति बनाए रखने की अपील करती है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करती है। नफरत छोड़ो और भारत को एकजुट करो।”
उनकी यह टिप्पणी हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा के बाद आई है, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नूंह हिंसा को ''एक बड़ी साजिश का हिस्सा'' करार दिया है। मुस्लिम बहुल नूंह जिले में सोमवार को दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हुई। पुलिस के अनुसार, झड़प तब शुरू हुई, जब विश्व हिंदू परिषद की 'बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा' को नूंह में खेड़ला मोड़ के पास युवाओं के एक समूह ने रोक दिया और जुलूस पर पथराव किया गया। कुछ पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।
इस बीच, सोमवार सुबह एक आरपीएफ कांस्टेबल ने चलती ट्रेन जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस (नंबर 12956) में अपने तत्काल प्रभारी और तीन अन्य यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी, क्योंकि वे आपस में कथित तौर पर मोदी और योगी के खिलाफ बातें कर रहे थे।
यह घटना तब हुई, जब ट्रेन विरार (पालघर) और मीरा रोड (ठाणे) के बीच तेज गति से चल रही थी, जहां दो ऑन-ड्यूटी पुलिसकर्मी कांस्टेबल चेतनकुमार सिंह और उनके प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक टीकाराम मीणा एस्कॉर्ट ड्यूटी पर थे।
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