सियासी हलचल: JDU खेमे के चार विधायक 'गायब', पार्टी मीटिंग में भी नहीं हुए शामिल, क्या बिहार में फ्लोर टेस्ट के दौरान होगा 'खेला'?
- बिहार में कल होगा फ्लोर टेस्ट
- नीतीश कुमार पेश करेंगे सदन में विश्वासमत
- बिहार में सियासी हलचल तेज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नई सरकार का विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होने वाला है। इससे पहले बिहार में आरजेडी और जेडीयू विधायक अलग-अलग दावा कर रहे हैं। जेडीयू ने रविवार शाम को विधायक दलों की बैठक बुलाई। जिसमें नीतीश कुमार भी शामिल हुए। वहीं, आरजेडी के सभी 79 विधायक तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर जमावड़ा लगाए हुए हैं। इसके अलावा कांग्रेस के भी सभी विधायक हैदराबाद से वापस पटना लौट आए हैं। इधर, बीजेपी के भी सभी विधायक बोधगया से पटना लौट आए हैं। आरजेडी ने दावा किया था कि बिहार में 'खेला' होगा। इस बीच जानकारी मिली है कि जेडीयू के विधानमंडल की बैठक में सभी 45 विधायक नहीं पहुंचे हैं। जानकारी के मुताबिक, बीमा भारती, सुदर्शन, दिलीप राय और रिंकू सिंह पार्टी की बैठक में नहीं पहुंचे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, जेडीयू विधायक बीमा भारती, सुदर्शन और दिलीप राय के मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ आ रहे हैं। इसके अलावा डॉ संजीव भी बैठक में शामिल नहीं हुए हैं।
बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने साफ कहा कि कल सदन में सभी विधायकों को एकजुट रहना है। किसी को भी उत्तेजना नहीं दिखानी है। सदन में बहुमत एनडीए के पास है। हम सभी विश्वासमत हासिल करेंगे।
इधर, बैठक से बाहर आने के बाद बिहार सरकार में मंत्री और निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने मीडिया को कहा कि जो भी चार विधायक बैठक में शामिल नहीं हुए हैं। उनसे बातचीत हो गई है। वे निजी कारण से मीटिंग में शामिल नहीं हो पाए हैं।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के नेतृत्व में HAM विधायकों की बैठक हुई। उन्होंने भी मीडिया से कहा कि वे एनडीए के साथ हैं और सदन में भी उनके साथ खड़े रहेंगे। इधर, बीजेपी के केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय जीतनराम मांझी से मिलने पहुंचे हैं। पहले अटकलें थी कि वे भी आरजेडी में शामिल हो सकते हैं। लेकिन, उन्हें बार-बार साफ किया है कि वे एनडीए में ही शामिल रहेंगे। हालांकि, नीतीश कुमार के बाद बिहार में मांझी भी बहुत बार पलटी मार चुके हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने तेजस्वी यादव के साथ चुनाव लड़ा था। इससे पहले उन्हें नीतीश कुमार ने बिहार में छह महीने के लिए मुख्यमंत्री बनाया था। यह बात 2015 के विधानसभा चुनाव के पहले की है।
ताजा सियासी समीकरण
243 विधानसभा सीटों वाले बिहार में बहुमत का आंकड़ा 122 है। इस वक्त एनडीए के पास 128 का आंकड़ा है। जिसमें बीजेपी के पास 78 सीटें, JDU के पास 45 सीटें, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के पास 4 सीटें और एक निर्दलीय विधायक सुमित सिंह भी साथ हैं।
जबकि विपक्ष के पास 114 विधायक हैं। इनमें आरजेडी के 79, कांग्रेस के 19, सीपीआई (एमएल) के 12, सीपीआई (एम) के 2, सीपीआई के 2 विधायक हैं।