18वीं लोकसभा: बीजेपी-कांग्रेस ने जारी किया व्हिप, ओम बिरला को टक्कर देंगे के. सुरेश, जानें दोनों नेताओं के बारे में
- ओम बिरला को टक्कर देंगे विपक्षी के. सुरेश
- पहली बार होगा लोकसभा स्पीकर का चुनाव
- लोकसभा स्पीकर पद के लिए सदन में गहमागहमी तेज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आजादी के बाद पहली बार लोकसभा स्पीकर पद के लिए सदन में चुनाव होने जा रहा है। बीजेपी और कांग्रेस ने अपने-अपने नेताओं को चुनाव के लिए व्हिप जारी कर दिया है। सभी नेताओं को साढ़े दस बजे लोकसभा सदन पहुंचना होगा। लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच मेल नहीं बैठ पाया। जिसके चलते विपक्ष (इंडिया गठबंधन) ने स्पीकर पद के लिए अपने उम्मीदवार के. सुरेश को मैदान में उतारा है। वहीं, सदन के पहले सत्र में एनडीए की तरफ से ओम बिरला को स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया है। इसी के साथ मंगलवार को बिरला ने लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भर दिया है। इस दौरान उनके साथ अमित शाह और जेपी नड्डा नजर आए।
गौरतलब है कि सोमवार को लोकसभा स्पीकर पद के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष की फोन पर बातचीत हुई। बीजेपी नेता ने दावा किया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से फोन पर स्पीकर पद के लिए विपक्ष का सहयोग मांगा था। जिसके बाद मंगलवार को राहुल गांधी ने स्पीकर पद के समर्थन पर पूछे गए सवाल पर जवाब दिया। उन्होंने विपक्ष को डिप्टी स्पीकर पद देने की मांग की। राहुल की मांग पर रक्षा मंत्री राजनाथ का कुछ खास जवाब नहीं आया।
फोन पर क्या हुई बात?
राहुल गांधी ने आज मंगलवार को मीडिया के सामने यह बात रखी कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को फोन लगया था। राजनाथ विपक्ष से स्पीकर पद के लिए सहयोग की मांग कर रहे थे। जिसपर विपक्ष पूरी तरह से सहमत हो गया था। लेकिन विपक्ष ने स्पीकर पद के सहयोग के बदले डिप्टी स्पीकर पद की मांग की। राजनाथ सिंह ने कुछ जवाब न देते हुए खरगे को दोबारा कॉल करने की बात की। राहुल गांधी के मुताबिक रक्षा मंत्री का फोन ही नहीं आया। साथ ही, राहुल गांधी ने सत्तापक्ष पर इंडिया गठबंधन के नेताओं के अपमान का आरोप लगाया है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राजनाथ सिंह ने फोन पर बात करते समय स्पीकर का नाम नहीं बताया था।
8 बार के सांसद हैं के. सुरेश
दिग्गज कांग्रेस नेता के. सुरेश आठवीं बार सांसद बने हैं। 2024 से पहले भी वह 7 बार सांसद रह चुके हैं। जिसमें पहली बार साल 1989 में, दूसरी बार 1991 में, तीसरी बार साल 1996, चौथी बार साल 1999, पांचवीं बार साल 2009, छठवीं बार साल 2014 और सातवीं बार साल 2019 में सांसद रहे। आठ बार के सांसद रहे के सुरेश सदन के सबसे ज्यादा अनुभवी सदस्यों में शामिल हो बन गए हैं। फिलहाल, वह केरल की मावेलिक्कारा सीट से कांग्रेस सांसद हैं। के. सुरेश मनमोहन सरकार के दूसरे कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री का पद भी संभाला है।