कैश फॉर क्वेरी मामला: 'मुझे निष्कासित कर दें, मैं अगली लोकसभा में बड़े अंतर से...' एथिक्स कमेटी की कार्रवाई पर महुआ मोइत्रा का बयान
एथिक्स कमेटी की कार्रवाई पर महुआ मोइत्रा का बयान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कैश फॉर क्वेरी मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ गुरुवार को लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने बहुमत से रिपोर्ट जारी की। इस बीच महुआ मोइत्रा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, ''भले ही वे मुझे निष्कासित कर दें, लेकिन मैं अगली लोकसभा में बड़े अंतर के साथ जीतकर आऊंगी'' साथ ही, महुआ मोइत्रा ने लोकसभा की आचार समिति की निष्कासन की सिफारिश पर कहा, ''यह एक कंगारू अदालत द्वारा खेला गया पहले से 'फिक्स' मैच है। भारत के लिए यह संसदीय लोकतंत्र की मृत्यु है।''
Even if they expel me, I will be back in next Lok Sabha with bigger mandate: Mahua Moitra
— Press Trust of India (@PTI_News) November 9, 2023
इधर, आज केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी है कि संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर 2023 से शुरू होगा और 22 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें 19 दिनों में 15 बैठकें होंगी। ऐसे में अगर महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द करने को लेकर एथिक्स कमेटी की सिफारिश लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से अनुमति मिल जाती हैं, तो उनकी सदस्यता रद्द करने का प्रस्ताव भी शीतकालीन सत्र के दौरान ही लोकसभा सदन में रखा जा सकता है। बता दें कि, पैसे लेकर प्रश्न पूछने के आरोपों के मामले में महुआ मोइत्रा की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अगर ओम बिरला एथिक्स कमेटी की सिफारिश को मंजूरी दे देते हैं तो महुआ मोइत्रा की संसद की सदस्यता रद्द हो जाएगी।
गौरतलब है कि, गुरुवार को कैश फॉर क्वेरी केस में सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ एथिक्स कमेटी की बैठक में जारी प्रस्ताव के पक्ष में 6 वोट पड़े। वहीं विपक्ष में 4 वोट पड़े।
जानें पूरा मामला
बीते महीने 15 अक्टूबर को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिख कर टीएमसी सांसद पर आरोप लगाया था। उन्होंने अपने लेटर में लिखा था कि महुआ मोइत्रा द्वारा संसद में 61 सवाल पूछे गए लेकिन उनमें से 50 सवाल केवल अडानी से जुड़े हैं जो पैसे लेकर पूछे गए हैं। अब इन्हीं आरोप पर महुआ मोइत्रा चौतरफा घिर गई हैं। 2 नवंबर को महुआ मोइत्रा को संसद के आचार समिति के सामने पेश होना पड़ा था। तब से ही महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बरकरार है। टीएमसी सांसद पर आरोप है कि उन्होंने कारोबारी हीरानंदानी से कैश और गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछे हैं, जो संसद की मर्यादा के खिलाफ है।