जम्मू कश्मीर शपथ ग्रहण समारोह: राष्ट्रपति शासन हटने के 6 साल बाद उमर अब्दुल्ला लेंगे CM पद की शपथ, LG मनोज सिन्हा ने चिट्ठी में बताई तारीख
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन हटने के 6 साल बाद 16 अक्टूबर को नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इस समारोह में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन से मंत्री भी शपथ ले सकते हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शपथ ग्रहण समारोह 16 अक्टूबर की सुबह 11.30 बजे रखा है। उमर अब्दुल्ला को उपराज्यपाल ने चिट्ठी में सरकार बनाने का न्यौता दिया है। इससे पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस को कांग्रेस, आप और निर्दलीय विधायकों ने समर्थन देने की घोषणा की थी।
उमर अब्दुल्ला को चुना गया विधायक दल का नेता
हाल ही में हुए जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस के गठबंधन ने भारी वोटों के साथ जीत दर्ज की थी। उमर अब्दुल्ला को नेशनल कॉन्फ्रेंस को गठबंधन का नेता चुना गया था। इसके बाद उन्होंने राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकत करके उन्हें सरकार बनाने का दावा पेश किया था। जम्मू कश्मीर में 13 अक्टूबर को राष्ट्रपति शासन हटाया गया था। इसके बाद जम्मू कश्मीर में नई सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया था।
एक्स पर पोस्ट की उपाराज्यपाल की चिट्ठी
उपराज्यपाल से मिली चिट्ठी के बारे में उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर जानकारी दी। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, "एलजी मनोज सिन्हा जी के प्रधान सचिव की ओर से चिट्ठी पाकर खुशी हुई। उन्होंने मुझे जम्मू कश्मीर में अगली सरकार बनाने का न्योता देने वाली चिट्ठी सौंपी।"
उपराज्यपाल की चिट्ठी में आगे लिखा, "मुझे 11 अक्टूबर को नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की चिट्ठी मिली जिसमें यह बताया गया है कि आपको सर्वसम्मित से विधायक दल का नेता चुना गया है।"
इसके बाद चिट्ठी में आगे लिखा, "मुझे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तारिक हामीद कर्रा, माकपा सचिव जी एन मलिक, आप के राष्ट्रीय सचिव पंकज कुमार गुप्ता और निर्दलीय विधायकों प्यारे लाल शर्मा, सतीष शर्मा, मोहम्मद अकरम, रामेश्वर सिंह और मुजफ्फर इकबाल खान की चिट्ठी मिली है जिसमें उन्होंने आपके नेतृत्व में बनने वाली सरकार को समर्थन दिया है। मुझे आपको जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने का न्यौता देने में खुशी हो रही है।"